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Ajit Doval ने यूएस एनएसए से फोन पर की बात, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभल और उनके अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में निकट सहयोग जारी रखने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने पर चर्चा की। यह जानकारी व्हाइट हाउस से मिली। व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा, “फोन पर बातचीत के दौरान बुधवार को सुलिवन ने राष्ट्रपति (जो) बाइडेन
Ajit Doval ने यूएस एनएसए से फोन पर की बात, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभल और उनके अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में निकट सहयोग जारी रखने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने पर चर्चा की। यह जानकारी व्हाइट हाउस से मिली।

व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा, “फोन पर बातचीत के दौरान बुधवार को सुलिवन ने राष्ट्रपति (जो) बाइडेन की लोकतंत्र के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता के आधार पर एक मजबूत और स्थायी यूएस-भारत रणनीतिक साझेदारी के लिए प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की।”

बयान के अनुसार, उनकी वार्ता में कोविड-19 और जलवायु परिवर्तन सहित वैश्विक चुनौतियों पर सहयोग करने के प्रयासों को भी शामिल किया गया।

उनकी चर्चा में जलवायु परिवर्तन के शामिल होने से यह पता चलता है कि बाइडेन द्वारा खुफिया एजेंसियों से जुड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले के बाद जलवायु परिवर्तन को भी काफी अधिक महत्व दिया गया है।

जलवायु परिवर्तन के लिए बाइडेन के विशेष दूत जॉन केरी ने कहा कि, जलवायु परिवर्तन पर बुधवार को जारी किए गए राष्ट्रपति के कार्यकारी आदेश के तहत हमारी 17 खुफिया एजेंसियां एक साथ आने काम करेंगी और यह खतरे और क्षति और संभावित जोखिम का आकलन करेंगी।

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस क्षेत्र में चीन के आक्रामक उदय से निपटने में भारत के सामरिक महत्व को अमेरिका के समक्ष रखा था और व्यापक सीमा को प्रतिबिंबित करने के लिए इंडो-पैसिफिक कमान के रूप में सैन्य प्रशांत कमान को फिर से तैयार किया और उस नामकरण को रणनीतिक चर्चा में एक प्रमुख तत्व बनाया।

सुलिवन ने डोभाल के साथ बातचीत में इंडो-पैसिफिक में सहयोग का उल्लेख किया और राज्य के सचिव एंटनी ब्लिंकन ने भी इसका जिक्र किया और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मैरीज पायने के साथ उनकी बातचीत में क्वाड, जो भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का समूह है, उसके साथ सहयोग पर चर्चा की, जो क्षेत्रीय रणनीति की रूपरेखा के लिए बाइडेन की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

बाइडेन के विश्वसनीय सहयोगी, सुलिवन तब भी उनके एनएसए थे, जब वे अमेरिका के उपराष्ट्रपति थे।

news source आईएएनएस

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