सिर्फ पुरूष ही क्यों होते है गंजेपन का शिकार
जयपुर। गंजापन आज का समय में एक आम समस्या मानी जाती है। क्योंकि ये समस्या लगभग कई पुरूषों में देखने को मिल जाती है। इसका सबसे मुख्य कारण गलत तरह के खानपान को माना जाता है। इसी कारण से समस्या बड़ों में ही नहीं छोटे बच्चों में भी देखने को मिल जाती है।
हां लेकिन क्या कभी आपने एक बात पर ध्यान दिया होगा कि गंजेपन की समस्या सिर्फ पुरूषों में ही क्यों पायी जाती है। सामान्य रूप से महिलाओं में ऐसी समस्या नहीं पायी जाती है। महिलाओं गंजापन तभी देखने को मिलता है या तो वो बीमार हो या फिर ये समस्या बहुत ही दुर्लभ पायी जाती है।
वैज्ञानिक इसके बारे में बताते है कि पुरूषों में बालों के झड़ने का कारण टेस्टोस्टेरॉन होता है। टेस्टोस्टेरॉन एक तरह का हार्मोंस होता है। वैसे तो ये पुरूष और महिला दोनों में पाया जाता है लेकिन इसकी मात्रा पुरूषों में अधिक पायी जाती है। इसका अधिक होना ही पुरूषों में बालों के झडने का कारण बनता है।
महिलाओं में टेस्टोस्टेरॉन के बारे में बताते है कि उनमें भी ये हार्मोंस पाये जाते है लेकिन उनके शरीर में इसकी मात्रा सीमित होती है। महिलाओं में इसके बढ़ने के कारण उनके शरीर में पुरूषों के विपरित बदलाव होते है जिनमें अनचाहे बालों को अधिक आना शामिल होता है।
इसके बढ़ने के कारण महिलाओं में केवल बाल झड़ने की समस्या बढ़ती है लेकिन इसका मतलब गंजेपन से नहीं होता है। हम अक्सर देखते है कि गंजे पुरूषों में आगे के बाल ज्यादा झड़ते है। विशेषज्ञ इसका कारण बताते है कि सबसे आम कारण एन्ड्रोजेनेटिक एलोपिका माना जाता हैं।
यह समस्या बाल पुटिका पर डीहायड्रोटेस्टोस्टेरोने (DHT) हार्मोन के कारण होती हैं। खोपड़ी के सामने का, उपर का, और मुकुट क्षेत्र DHT के प्रति संवेदनशील होता हैं।