अगर नहीं होता कुछ याद तो ऐसे में करें वास्तु के इन तीन उपायों को
जयपुर। अगर आपका बच्चा पढ़ाई करता है पर पढाई में कॉनसंट्रेट नहीं कर पाता? मेहनत करने के बाद भी अच्छा स्कोर नहीं आता। ऐसे में बच्चा भी मानसिक रुप से परेशान रहने लगता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए ब बच्चे का मन पढाई में लगाने के लिए हम इस लेख में वास्तु
जयपुर। अगर आपका बच्चा पढ़ाई करता है पर पढाई में कॉनसंट्रेट नहीं कर पाता? मेहनत करने के बाद भी अच्छा स्कोर नहीं आता। ऐसे में बच्चा भी मानसिक रुप से परेशान रहने लगता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए ब बच्चे का मन पढाई में लगाने के लिए हम इस लेख में वास्तु के कुछ उपाय बता रहें है जिनको अपनाने से आपकी इस परेशानी का समाधान होगा, इसके लिए तीन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
- घऱ में इस बात का ध्यान रखें की बच्चो का स्टडी रूम हमेशा उत्तर या पश्चिम दिशा में बनाएं, इसके साथ ही बच्चे का पढ़ाई करते समय चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। बच्चे के स्टडी रुम का रंग नीला या हरा होना चाहिए।
- स्टडी रूम में स्टडी टेबल को दीवार से थोडा दूर रखें। टेबल के सामने खाली जगह रखें ऐसा करने से बच्चे के मन में नये विचार आते है नए आइडिया आते हैं व याददाश्त तेज होती है।
- बच्चा पढाई करते समय जहां बैठता हो उसके पीछे कोई दरवाजा नहीं होना चाहिए इस बात का ध्यान रखें। कमरे में प्रकृति से जुड़ा कोई पोस्टर लगाएं जिससे मन को शांति मिले।
- पढ़ाई करने वाले बच्चों को पूर्व या दक्षिण की ओर सर कर के सोना चाहिए, पढाई करने वाले बच्चों को उतर की ओर सिर करने नहीं सोना चाहिए।
- बच्चों को अपनी स्टडी टेबल पर क्रिस्टल बॉल रखना चाहिए जिससे पढाई में कॉनसंट्रेशन बना रहता है पढा हुआ अच्छें से याद होता है। इससे कमरे में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी होता है।