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धनतेरस पर यम का दीपक जलाना ना भूलें

धनतेरस के दिन सभी लोग महालक्ष्मी, भगवान कुबेर और धनवंतरि के साथ यमराज की पूजा करते हैं वही हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक आज के दिन यमराज की पूजा करने व संध्या में दीपदान करने से नरक की यातनाओं व अकाल मृत्यु के भय दूर हो जाते हैं। वही इस दिन को लेकर भारतीय शास्त्रों में कई तरह की कथाएं प्रचलित हैं।
धनतेरस पर यम का दीपक जलाना ना भूलें

आपको बता दें कि आज पूरे भारत देश में धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा हैं इस दिन सभी लोग महालक्ष्मी, भगवान कुबेर और धनवंतरि के साथ यमराज की पूजा करते हैं वही हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक आज के दिन यमराज की पूजा करने व संध्या में दीपदान करने से नरक की यातनाओं व अकाल मृत्यु के भय दूर हो जाते हैं। वही इस दिन को लेकर भारतीय शास्त्रों में कई तरह की कथाएं प्रचलित हैं। वही आज हम आपको धनतेरस से जुड़ी कुछ खास और महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।धनतेरस पर यम का दीपक जलाना ना भूलें

बता दें कि धनतेरस के दिन शाम के समय दीपक में सरसों का तेल डाल कर रोली, खीर, मिष्ठान, पुष्प आदि से उन्हें याद करें। इसके बाद दीपक को घर से बाहर ले जाएं व दक्षिण दिशा में मुंह करके रख दें।धनतेरस पर यम का दीपक जलाना ना भूलें

जानिए इससे जुड़ी कथा—
बता दे कि हिंदू धर्म पुराणों के मुताबिक एक राजा की मृत्यु के बाद जब यमदुत उन्हें नकर लेकर जाने के लिए आए तो राजा ने यमदूत से कहा कि मैंने ऐसा कौन सा पाप किया हैं उस समय यमदूत ने कहा कि एक बार उन्होंने ब्राह्माण को अपने घर से भूखा लौटा दिया था। धनतेरस पर यम का दीपक जलाना ना भूलेंउसके बाद राजा ने उनसे एक साल का वक्त मांगा। तब राजा ने ऋषि मुनियों के पास जाकर अपनी सारी कहानी सुनाई, उन्होंने राजा को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को व्रत कर ब्राह्मणों को भोजन करवा सेवा करने को कहा। वही साल बाद जब यमदूत राजा को वापिस लेने आया तो वह उसे नरक की जगह विष्णु लोक ले गए। तब से इस दिन यमराज की पूजा की जाती हैं व शाम के समय उनके नाम का एक दीपक भी जलाया जाता हैं।

धनतेरस के दिन सभी लोग महालक्ष्मी, भगवान कुबेर और धनवंतरि के साथ यमराज की पूजा करते हैं वही हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक आज के दिन यमराज की पूजा करने व संध्या में दीपदान करने से नरक की यातनाओं व अकाल मृत्यु के भय दूर हो जाते हैं। वही इस दिन को लेकर भारतीय शास्त्रों में कई तरह की कथाएं प्रचलित हैं। धनतेरस पर यम का दीपक जलाना ना भूलें

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