हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के पर्व को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता हैं तो उस शुभ दिन को संक्रांति के नाम से जाना जाता हैं ऐसे में ही जब सूर्य मकर राशि में गोचर करते हैं तो वह मकर संक्रांति कहलाती हैं हर साल यह पर्व लोहड़ी के अगले दिन यानी 14 जनवरी को मनाया जाता हैं इस शुभ दिन पर खरमास समाप्त होता हैं साथ ही सूर्य देव अपने पुत्र न्याय के देवता शनि महाराज को मिलने आते हैं ऐसे में इस दिन ही शुभ कामों को करने की शुरुआत होती हैं।
ये दिन सूर्य देवता का होने से उनकी पूजा होने के साथ खिचड़ी, तिल से तैयार चीजों का भोग लगाने के साथ उसे खाने का मजा लेते हैं मगर इस शुभ दिन पर भगवान की कृपा पाने के लिए कुछ कामों को करने से बचना चाहिए तो आज हम आपको उन्हीं कार्यों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
इस दिन महिलाओं का बाल धोना व मंजन करना अशुभ माना जाता हैं ऐसे में इसे करने से बचें। इस शुभ दिन पर नहाने से पहले कुछ भी नहीं खाना चाहिए। अक्सर बहुत से लोग सुबह नहाने से पहले चाय, कॉफी पी लेते हैं मगर मकर संक्रांति के दिन सबसे पहले नहाकर पूजा करें उसके बाद ही किसी चीज का सेवन करें। इस शुभ अवसर पर गंगा नदी या किसी भी नदी में स्नान करके फिर दान देना चाहिए। साथ ही सूर्य देव को तिल, मूंगफली, गजक चढ़ाएं। उसके बाद ही भोजन खाएं। मगर जो लोग ऐसा नहीं कर सकते हैं वे घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर नहाएं। इस दिन नॉन वेज ना खाने के साथ इस दिन शराब, सिगरेट, गुटका आदि चीजों को खाने से भी परहेज रखना चाहिए।