HIV/AIDS से भी खतरनाक है यह बीमारी, अगले 5 सालों में मचा सकती है तबाही
जयपुर, दोस्तो एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज आज तक संभव नहीं हो पाया है। हालांकि वैज्ञानिक रात दिन एक कर के इस वायरस को खत्म करने की तैयारी कर रहे है, लेकिन इसी बीच उनके लिए एक और बीमारी पेरसानी बनकर सामने आ गई है। इस बीमारी का नाम माइकोप्लाज्मा जेनिटैलियम (Mycoplasma genitalium or MG) है इसके वायरस ने पूरे मेडिकल जगत को परेशानी में डाल दिया है। एड्स की तरह यह बीमारी भी संबंध बनाने से ही फैलती है। चिकित्सकों का कहना है कि यह एड्स से भी ज्यादा खतरनाक है।
अगर समय रहते इसके इलाज की खोज नहीं की गई तो आने वाले पांच सालों में यह तबाही मचा सकती है। जो पूरे विश्व के लिए एक भारी समस्या बन सकती है। एमजी का वायरस मुख्य रूप से शारीरिक संबंध बनाने से फैलता है। इसकी सबसे बड़ी चिंता की बात तो यह है कि इस बीमारी का कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है। हालांकि इसके बाद से कुछ महिलाओं को पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज की समस्या सामने आई है।
एंटीबॉयोटिक्स की एक निश्चित डोज देकर इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है लेकिन कई बार इसके इलाज में देरी करने पर यह भयंकर रूप धारण कर लेती है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक एमजी शारीरिक संबंध बनाने से या जननांगों के संपर्क से फैलता है। ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ सेक्सुअल हेल्थ एंड एचआईवी ने इस बीमारी के फैलने का कारण ओरल सेक्स माना है।
आपको यह बीमारी असुरक्षित यौन संबंध बनाने से फ़ैल सकती है। 1980 में पहली बार इस बीमारी की पहचान की गई थी। यह बीमारी क्लैमाइडिया और गोनोरिया जैसी ही है। इस बीमारी के हो जाने पर पुरुषों में ये लक्षम दिखाई देने लगते है। शुरूआत में मूत्रमार्ग में सूजन आ जाती है। पैशाब करते समय जलन होती है। साथ ही दर्द होनें की शिकायत भी होती है। वहीं महिलाओं में यह बीमारी होनें पर प्रजनन अंगों में सूजन रहने लगती है। बुखार आना व मासिक धर्म के दौरान लगातार खून आना इसके प्रमुख लक्षण माने जाते है।