100 फीसदी फलों के जूस से नहीं होता डायबिटिज के मरीजों को खतरा
जयपुर। डायबिटिज को बढ़ने से रोकने के लिए लोग तरह—तरह के उपाय ढूंढते है और उनको अपने जीवन में उतारते हैं। इसी कारण हाल ही में वैज्ञानिकों ने डायबिटिज को कंट्रोल करने के लिए एक अध्ययन किया। डायबिटिज के मरीज ये मानते है कि फलों के जूस से डायबिटिज का खतरा बढ़ता है।
लेकिन एक ताजा रिसर्च के मुताबिक 100 फलों के जूस का सेवन करना डायबिटिज के मरीजों के लिए कोई खतरा नही रखता है। ऐसा इसलिए संभव हो पाता है क्योंकि 100 फीसदी फलों में जूस का फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज, फास्टिंग ब्लड इंसुलिन और इंसुलिन प्रतिरोध क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
इस बाता का खुलासा अमेरिका के सेंटर फोर केमिकल रेगुलेशन एंड फूड सेफटी के शोधकर्ताओं ने फलों के शुद्ध जूस और ब्लड ग्लूकोज नियंत्रण के बीच संबंधो में मूल्यांकन करके किया। जिसके बाद वैज्ञानिकों निष्कर्ष इस बात पर पहुंचा कि 100 फीसदी फलों के जूस से डायबिटिज—2 पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
इसलिए डॉक्टरों द्वारा डायबिटिज के मरीज को फलों के जूस के सेवन के लिए मना किया जाता है। लेकिन यदि जूस में 100 फीसदी फल हो तो उस जूस का सेवन डायबिटिज का मरीज कर सकता है। लेकिन ये तरीका तेजी से बढ़ रहे डायबिटिज के मरीज पर लागू नही होता है।
ऐसे मरीजों को जूस का सेवन ही नहीं करना चाहिए। फलों के और डायबिटिज के संबंध को अच्छे से समझने के लिए वैज्ञानिकों एक और अध्ययन किया जिसमें सेब, अनार और अंगर जैसे फलों के जूस को परखा गया कि ये भी मरीज के लिए लाभदायक है या नहीं। इस अध्ययन के बाद ये बात साबित हो गई की फलों के जूस के सेवन से डायबिटिज का खतरा नही बढ़ता है लेकिन शर्त यही होगी की उस जूस में 100 प्रतिशत फल होने चाहिए।