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धनतेरस पर आज यमराज को जरूर करें दीपदान

धनतेरस के दिन चांदी सोने की वस्तुएं खरीदने की पंरपरा हैं वही अगर संभव न हो तो कोई भी बर्तन आज के दिन खरीदा जा सकता हैं इसका यह कारण भी माना जाता हैं कि चांदी चंद्रमा का प्रतीक हैं जो व्यक्ति को शीतलता प्रदान करती हैं और मन में संतोष रूपी धन का वास होता हैं संतोष को सबसे बड़ा धन माना जाता हैं जिसके पास यह संतोष रूपी धन होता हैं वही स्वस्थ्य है
धनतेरस पर आज यमराज को जरूर करें दीपदान

आज देशभर में धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा हैं धन्वंतरि आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं इस दिन गणेश लक्ष्मी को घर लाया जाता हैं। हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक इस दिन कोई किसी को उधा नहीं देता हैं इसलिए सभी वस्तुए आज के दिन नगद में खरीदकर लाई जाती हैं इस दिन महालक्ष्मी और कुबरे की पूजा के साथ साथ यम की भी पूजा होती हैं।धनतेरस पर आज यमराज को जरूर करें दीपदान वही आज के दिन यमराज की पूजा दिन के वक्त नहीं बल्कि रात में कि जाती हैं रात होते ही यमराज के निमित्त एक दीपक जलाया जाता हैं। धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी इस दिन का विशेष महतव होता हैं हिंदू शास्त्रों में इस बारे में कहा जाता हैं कि जिन परिवारों में धनतेरस के दिन यमराज के निमित्त दीपदान किया जाता हैं, वहां अकाल मृत्यु नहीं होती हैं।धनतेरस पर आज यमराज को जरूर करें दीपदानवही धनतेरस के दिन चांदी सोने की वस्तुएं खरीदने की पंरपरा हैं वही अगर संभव न हो तो कोई भी बर्तन आज के दिन खरीदा जा सकता हैं इसका यह कारण भी माना जाता हैं कि चांदी चंद्रमा का प्रतीक हैं जो व्यक्ति को शीतलता प्रदान करती हैं औश्र मन में संतोष रूपी धन का वास होता हैं धनतेरस पर आज यमराज को जरूर करें दीपदानसंतोष को सबसे बड़ा धन माना जाता हैं जिसके पास यह संतोष रूपी धन होता हैं वही स्वस्थ्य है सुखी रखता हैं और वही सबसे धनवान भी माना जाता हैं। वही इस दिन यम के लिए आटे का दीपक बनाकर घर के मुख्यद्वार पर रखा जाता हैं इस दीप को यमदीप अर्थात यमराज का दीपक कहा जाता हैं। रात को घर की स्त्रियां दीपक में तेल डालकर नई रूई की बत्ती बनाकर चार बत्तियां जलाती हैं।

धनतेरस के दिन चांदी सोने की वस्तुएं खरीदने की पंरपरा हैं वही अगर संभव न हो तो कोई भी बर्तन आज के दिन खरीदा जा सकता हैं इसका यह कारण भी माना जाता हैं कि चांदी चंद्रमा का प्रतीक हैं जो व्यक्ति को शीतलता प्रदान करती हैं और मन में संतोष रूपी धन का वास होता हैं संतोष को सबसे बड़ा धन माना जाता हैं जिसके पास यह संतोष रूपी धन होता हैं वही स्वस्थ्य है धनतेरस पर आज यमराज को जरूर करें दीपदान

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