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सड़क सुरक्षा को लेकर विश्व के 30 टॉप शहरों में जुड़ी दिल्ली

राजधानी दिल्ली में सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ब्लूमबर्ग फिलानथ्रॉपी के साथ एक एमओयू साइन किया गया है। यह बहुराष्ट्रीय कंपनी विश्व के 30 अग्रणी शहरों में सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय पर काम कर रही है। इस एमओयू के तहत विश्व के कई जाने-माने सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ दिल्ली सरकार को अपनी सहायता
सड़क सुरक्षा को लेकर विश्व के 30 टॉप शहरों में जुड़ी दिल्ली

राजधानी दिल्ली में सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ब्लूमबर्ग फिलानथ्रॉपी के साथ एक एमओयू साइन किया गया है। यह बहुराष्ट्रीय कंपनी विश्व के 30 अग्रणी शहरों में सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय पर काम कर रही है। इस एमओयू के तहत विश्व के कई जाने-माने सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ दिल्ली सरकार को अपनी सहायता प्रदान करेंगे। सम्बंधित एजेंसियों द्वारा दिल्ली के ट्रांसपोर्ट विभाग को आवश्यक तकनीकी सहायता और कर्मचारियों को सड़क सुरक्षा संबंधी जरूरी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि, “मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में दिल्ली इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स पॉलिसी (ईवी नीति) के माध्यम से ग्रीन मोबिलिटी की दिशा में एक व्यापक कदम उठाया है। उसी क्रम में सड़क सुरक्षा को लेकर हमने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस एमओयू पर हस्ताक्षर करने और ब्लूमबर्ग फिलानथ्रॉपी के वैश्विक सड़क सुरक्षा पहल में शामिल होने के साथ ही हम सड़क सुरक्षा में सुधार करने के लिए दुनिया के अग्रणी संगठनों के साथ भागीदारी कर रहे हैं। दिल्ली सरकार, वैश्विक सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ और दिल्लीवासी, सभी मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि दिल्ली की सड़कों पर किसी की जान न जाए।”

ब्लूमबर्ग फिलानथ्रॉपी की केली लार्सन ने कहा, “हमें खुशी है कि वैश्विक सड़क सुरक्षा के लिए ब्लूमबर्ग फिलानथ्रॉपी द्वारा चलाई जा रही इस मुहीम में विश्व के 30 शहरों की सूची में अब दिल्ली भी शामिल हो गया है। वैश्विक सड़क सुरक्षा के लिए ब्लूमबर्ग फिलानथ्रॉपी द्वारा शुरू की गई इस पहल की 2020-2025 के चरण में दिल्ली समेत दुनिया भर के 30 शहर भाग लेंगे। इस मुहीम में भाग लेने वाले सभी शहर सड़क सुरक्षा लागू करने एवं सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कटिबद्ध होंगे। उन्हें ब्लूमबर्ग फिलानथ्रॉपी द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे वे सड़क सुरक्षा सम्बन्धी नीतियों को लागू करने में सक्षम हो सकें और सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। ”

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

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