दिल के मामले में सीआरपी है रामबाण जाने देने का सही तरीका
जयपुर । दिल की बीमारी हार्ट अटेक या कारदिया रेस्ट यह सभी हमारे लिए आज बहुत ज्यादा बड़ी परेशानी बंता जा रहा है । आज यह परेशानी सिर्फ उम्र दराज लोगों के लिए ही नही रह गई है बल्कि यह परेशानी आज कम उम्र के लोगों को भी उतनी ही परेशान कर रही है ।
हार्ट टेक या कारदिया रेस्ट में यदि सही से प्राथमिक उपचार दिया जाए तो अस्पताल जाने पहले वाले समय में जब इसी जरूरत होती है उससे रोगी की जान बच सकती है । इतना ही नही आज हम आपको उसी उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं आज हम आपको बटने जा रहे हैं सीआरपी के बारे में ।
सीआरपी ऐसी तकनीक है जो की हार्ट अटेक के कारणों को यानि की जब धामियान काम करना बांध कर देती है उनको वापस सुचारु रूप से कम करने मे मददगार साबित हो सकती है । आज हम आपको बटने जा रहे हैं उसी तकनीक को कैसे किया जाये इस बारे में ।
सीआरपी की तकनीक :- सीआरपी यदि समय पर नही मिले तो इससे रोगी की जान जा सकती है । इसको देने के लिए रोगी को समतल जमीन पर लेता दें इस वैट का ध्यान रखें की यह सब आपको बिलकुल तुरंत ही करना होगा जरा सी बी देर रोगी की जान ले सकती है । उसके बाद अपने दोनों हाथों की हथेलियों को ऊपर नीचे रख कर औंगुलियों को फसा कर रोगी के दिल पर रख कर उस पर प्रेशर डाले । ऐसापको बहुत कम अंतराल में ही करना होगा यानि की लगभग 1 मिनिट में 60 बार तक । उससे बीच में उसकी नाक बंद कर उसके मुंह को अपने मुंह से अच्छे से ब्लॉक कर मुंह में तेज़ी से फूँक मानी है ताकि ऑक्सीज़न ठीक से पहुंचे । जब भी आप छाती को पम्प करें कम से कम छाती डेढ़ इंच नीचे जानी चाहिए ।