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क्या सच में डायनोसोर पानी में तैर सकते थे?

यदि आप 1970 के दशक से पहले लिखी कोई डायनासोर पिक्चर बुक देखेंगे, तो आपको शायद बहुत से स्विमिंग डायनासोर दिखाई देंगे। एपेटोसॉरस और डिप्लोडोकस जैसे विशालकाय डायनासोर को पानी के निवासियों के रूप में चित्रित किया जाता था। उनके शरीर इतने बड़े थे कि वैज्ञानिकों का तर्क था कि उनके पैर जमीन पर अपने
क्या सच में डायनोसोर पानी में तैर सकते थे?

यदि आप 1970 के दशक से पहले लिखी कोई डायनासोर पिक्चर बुक देखेंगे, तो आपको शायद बहुत से स्विमिंग डायनासोर दिखाई देंगे। एपेटोसॉरस और डिप्लोडोकस जैसे विशालकाय डायनासोर को पानी के निवासियों के रूप में चित्रित किया जाता था। उनके शरीर इतने बड़े थे कि वैज्ञानिकों का तर्क था कि उनके पैर जमीन पर अपने वजन का समर्थन नहीं कर पाते थे। वहीं साॅरोपोड्स जैसे डायनोसाॅर समुद्र और दलदलों में अपना जीवन व्यतीत करते थे।

वे जलीय पौधों के लिए गोता लगाने और श्वास लेने के लिए पानी से अपने सिर को उठाने के लिए अपनी लंबी गर्दन का इस्तेमाल करते थे। 1950 के दशक में, के.ए. कर्मैक ने इसका अध्ययन किया कि पानी के दबाव में साॅरोपोड्स के श्वास लेने पर क्या असर होता था। उनके विश्लेषण के अनुसार, आस-पास के पानी के दबाव ने गहरी जलमग्न साॅरोपोड्स के थोरैक्स को कुचल दिया था, जिससे इनकी हवा की आपूर्ति रूक गई थी।

1960 के दशक में, शोधकर्ताओं ने एपेटोसॉरस के निवास स्थान के जीवाश्म अवशेषों का पता लगाया। उन्होंने इसे एक वुडलैंड बना दिया था, न कि एक दलदल। अपने लम्बे शरीर और पंखों के साथ, प्लैसिओसोर और मोसासोर्स जैसे जानवर तैराक जरूर थे, लेकिन वे डायनासोर नहीं थे। परिभाषा के अनुसार डायनासोर भूमि जानवर हुआ करते थे। अगर कोई भी अपने आप को पानी में पाता है, तो खुदको बचाने के लिए वो पानी में थोड़ा बहुत तो तैर ही सकता है।

ऐसे में यह तर्कसंगत लगता है कि डायनासोर भी ऐसा कर सकते हैं। हालांकि, इसके ठोस सबूत मिलना मुश्किल है। यदि पेलेओन्टोलॉजिस्टों को किसी डायनासोर की बाॅडी यदि किसी ऐसी जगह पर मिली है, जहां पहले सागर हुआ करता था, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह वहीं पर मरा था। कोई शिकारी, करंट और यहां तक कि प्राकृतिक घटनाएं जैसे भूस्खलन की वजह से भी उनका शरीर उस गहरा पानी में जा सकता था।

ऐसे में डायनासोर तैर सकते हैं या नहीं यह निर्धारित करने के लिए शोधकर्ताओं ने हड्डियों की तलाश करने की बजाय जीवाश्मों का पता लगाने का प्रयास किया। ये तो आपने प़ा होगा कि ट्रेकवेज डायरेनास के बारे में जानकारी सुरक्षित रखते हैं, ठीक वैसे ही जैसे आप समुद्र तट पर चलते हैं तो रेत करती है। इसी प्रकार, डायनासोर तैर सकते हैं या नहीं, इसके ज्यादातर सबूत आंशिक पैरों के निशान और अधूरे ट्रैकवे से आते हैं।

आज, कुछ पैलीओन्टिस्ट्स का मानना है कि ऐसे ट्रैकवे किसी स्विमिंग डायनोसाॅर का प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुत रेगुलर और प्रिडिक्टेबल हैं। जो ट्रेक्स स्विमिंग डायनासोर के प्रिन्ट्स की व्याख्या करते हैं वो बहुत अनिश्चित होते हैं। वे एक जानवर के निशान का सुझाव देते हैं जो धाराओं और गहराई को बदलने के लिए समायोजन कर रहा था। कैमरोस बेसिन, ला रोजा, स्पेन में पाए गए 50 फीट क्रेटासियस पीरियड ट्रैकवे, एक जानवर के पीठ के 12 अनियमित प्रिंट दिखाता है।

पीलीओन्टोलॉजिस्ट रूबेन एजकेरा के नेतृत्व में एक टीम इन प्रिंटों को एक स्विमिंग थेरोपीड के रूप में व्याख्या करती है, जो कि एक द्विपक्षीय, मांसाहारी डायनासोर है। चूंकि प्रिंट में केवल क्लाॅ के निशान होते हैं, इसलिए शोधकर्ता यह नहीं बता सकते हैं कि किस प्रकार के डायनासॉर ने उन्हें बनाया है। अन्य ट्रैकवे में क्लाॅ मार्क्स, ड्रेग मार्क्स और आंशिक प्रिंट मिलते हैं, जो कि फ्लोटिंग या तैराकी डायनासोर के सुझाव को दर्शाते हैं।

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