कोरोना वायरस का असर! महज 3 महीने में इकोनॉमी को 280 डॉलर का हुआ नुकसान
कोरोना वायरस से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ रहा है। इससे पहली तिमाही में 280 अरब डॉलर का नुकसान होने के संकेत है। चीन के वुहान से उठे कोरोना का संकट दुनिया के कई देशों में पसरा है। चीन दुनियाभर में 50 लाख कंपनियों को कच्चे माल की आपूर्ति करता है। ऐसे में चीन में कोरोना से कई उद्योग बंद है। उत्पादन क्षमता से प्रभावित होने पर बड़ी कंपनियों पर असर देखने को मिलेगा।
कोरोना का खतरा दुनिया के कई देशों में मंडरा रहा है। वैश्विक इकोनॉमी पर इसका ज्यादा प्रभाव देखने को मिल रहा है। ऐसे में तीन महीने के भीतर इकोनॉमी को 280 अरब डॉलर का नुकसान होना सामने आया है। इसका सीधा असर कई देशों पर पड़ रहा है। इससे भारत की अर्थव्यवस्था पर भी भारी असर पड़ता दिख रहा है। चीन से दवा, ऑटो सहित कई चीजों का भारत 70 से 80 फीसदी व्यापार करता है। चीन में उत्पादों की कमी से देश के घरेलू व्यापार पर असर पड़ने वाला है।
कोरोना के असर के चलते एपल कंपनी ने अपने निवेशकों को पहली तिमाही में घाटा होने के संकेत दे चुकी है। कोरोना के प्रकोप से बंद हुई चीन की कई फैक्ट्रियों के कारण दुनिया के कई देशों में आईफोन की कमी देखने को मिल सकती है। कोरोना वायरस के कारण चीन के लिए एयरलाइंस की 21 कंपनियों ने अपनी सेवाएं समाप्त कर ली है। हांगकांग की कैथी पैसेफिक ने अपनी नेटवर्क क्षमता को 40 फीसदी तक घटा दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस के कारण मार्च तक जापान में भी पर्यटकों की संख्या में 40 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिल सकती है।