कोरोना वायरस वाले चीन से भारत की आर्थिक ग्रोथ को लगा बड़ा झटका
कोरोना वायरस से चीन की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो रहा है। यहां की आर्थिक ग्रोथ मानो थम सी गई है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए होने वाले खर्चे से चीन की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हो रहा है। एक करोड़ से ज्यादा की आबादी से रफ्तार पकड़ते वुहान शहर में कोरोना वायारस का प्रकोप ज्यादा देखने को मिल रहा है। वुहान शहर ही कोरोना वायारस के उपजने का स्थान माना जा रहा है। दूसरे देशों से व्यापार के आयात और निर्यात पर रोक लगी हुई है। कारोबार संबंधी यात्राओं, सामान और लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है।
चीन में वायरस के डर से लोग अपने घरों से बाहर निकलने से भी परहेज करने में लगे हैं। ऐसे में रेस्टोरेंट्स, परिवहन, दुकानों और कारोबार पर कोरोना का असर साफ देखा जा सकता है। कोरोना से चीन की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा असर दुनिया के कई देशों पर मंडराने वाला है। कोरोना की चपेट में आया चीन भारत के साथ आयात-निर्यात बंद कर देता है तो भारत की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लग सकता है। भारत में चीन से करीब 70 प्रतिशत माल का आयात किया जाता है। दवा, मोबाइल, ऑटो और मैन्यूफैक्चरिंग सहित की जरूरतमंद चीजों को मंगाया जाता है।
वैश्विक व्यापार का भारत पर भी आर्थिक संकट गहरा सकता है। विदेशों में लोग कोरोना वायरस वाले चीन से सामान खरीदने से बच रहे हैं। वायरस के कारण कई डीलर चीन के अलावा अन्य देशों से सामान खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। चीन की गिरती जीडीपी से भारतीय अर्थ व्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। मूडीज ने 2020 के लिए देश की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में बड़ी कटौती कर 6.6 प्रतिशत से घटाते हुए 5.4 फीसदी कर दिया है। सरकार द्वारा जारी 2021 की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को भी मूडीजन ने 6.7 से घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया है।