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Corona Impact : बिहार में कोरोना इलाज से जुड़े उपकरणों के दाम हुए दोगुने, थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर सहित दवा की मांग भी बढ़ी

कोरोना का संक्रमण बढ़ने पर लोग बचाव के लिए जागरूक हुए हैं. स्वस्थ लोग भी थर्मामीटर व पल्स ऑक्सीमीटर खरीद रहे हैं. होम आइसोलेशन वाले मरीजों के लिए तो ये अनिवार्य है ही. ऐसे में शहर में हर रोज करीब 10 हजार थर्मामीटर व 7000 पल्स ऑक्सीमीटर बिक रहे हैं. बीते 20 दिनों में ही
Corona Impact : बिहार में कोरोना इलाज से जुड़े उपकरणों के दाम हुए दोगुने, थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर सहित दवा की मांग भी बढ़ी

कोरोना का संक्रमण बढ़ने पर लोग बचाव के लिए जागरूक हुए हैं. स्वस्थ लोग भी थर्मामीटर व पल्स ऑक्सीमीटर खरीद रहे हैं. होम आइसोलेशन वाले मरीजों के लिए तो ये अनिवार्य है ही. ऐसे में शहर में हर रोज करीब 10 हजार थर्मामीटर व 7000 पल्स ऑक्सीमीटर बिक रहे हैं. बीते 20 दिनों में ही इनकी मांग पांच गुना तक बढ़ गयी है.
मांग बढ़ने के साथ ही संबंधित उपकरण अब ऑर्डर पर उपलब्ध हो रहा है. इसमें दो से तीन दिन लग रहा है. वहीं, दूसरी ओर मांग बढ़ने का फायदा उठाकर शहर के गोविंद मित्रा रोड दवा मंडी के अलावा गली व मुहल्ले के दवा व्यवसायी थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर, मास्क, ग्लब्स, सैनिटाइजर, वेपोराइजर, ब्लड प्रेशर मापने की मशीन व ग्लूकोमीटर दो से तीन गुना दाम में बेच रहे हैं. वहीं, कोरोना से संबंधित दवाओं के दाम भी बढ़ गये हैं.
पारासिटामल, विटामिन सी, मल्टी विटामिन, इवरमेक्टिन, इजीथ्रोमाइसिन, डॉक्सीसाइक्लीन, जिंक विटामिन डी-3 की खपत और मांग बढ़ गयी है. बिहार ड्रगिस्ट व केमिस्ट एसोसिएशन के अमर वर्मा ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के चलते उपकरण व दवाओं की मांग कई गुना बढ़ गयी है. साथ ही थर्मामीटर, ब्लड प्रेशर व ऑक्सीमीटर उपकरणों की डिमांड अप्रैल महीने में अधिक है.
पटना ड्रगिस्ट व केमिस्ट एसोसिएशन के पूर्व सचिव संतोष कुमार ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से लोग अलर्ट हुए हैं. इसके चलते दवाओं का संकट भी गहरा गया है. मेडिकल स्टोरों की मांग के दो से तीन दिन बाद करीब 30 से 40 फीसदी ही दवाएं उपलब्ध करा पा रहे हैं

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