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Uttrakhand:उत्तराखंडमें फिर आई आफत,बादल फटने के चलते जनबगलो में भागे लोग

उत्तराखंड इन दिनों लगातार तबाही देख रहा है। लगातार परेशानियों का सामना कर रहा है। कुछ दिनों पहले ही चमोली में पावर पैंट प्रोजेक्ट के वजह से स्थानीय लोगो को भयंकर नुक्सान हुआ था। एक बार फिर से वहां पर मंगलवार रात बादल फटने से दहशत मच गई है। तेज बारिश के चलते वहां के
Uttrakhand:उत्तराखंडमें फिर आई आफत,बादल फटने के चलते जनबगलो में भागे लोग

उत्तराखंड इन दिनों लगातार तबाही देख रहा है। लगातार परेशानियों का सामना कर रहा है। कुछ दिनों पहले ही चमोली में पावर पैंट प्रोजेक्ट के वजह से स्थानीय लोगो को भयंकर नुक्सान हुआ था। एक बार फिर से वहां पर मंगलवार रात बादल फटने से दहशत मच गई है। तेज बारिश के चलते वहां के रैणी गांव में ऋषिगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया। इसके बारे में जैसे ही लोगो को मालूम चला रैणी‌ वल्ली, रैणी पल्ली और गुजगु समेत दूसरे गांवों के मरे भय के जंगलों की तरफ भागने लगे। मालूम हो की इससे पहले 7 फरवरी को ऋषिगंगा नदीग्लेशियर टूट कर गिर पड़ा था जिसके वजह से 50 से भी अधिक लोग मारे गए थे, वहीँ 150 से भी अधिक लोगो का तो पता ही नहीं चल पाया था।photo Gallery of cloud burst in chamoli | तस्वीरों में ...

मंगलवार को बादल फटने के वजह से चमोली की 8 सकड़ें और 3 वाटर सप्लाई स्कीम प्रभावित हुई हैं। मामले पर एडिशनल डिप्टी कमिश्नर मुकेश रेपसवाल ने बात करते हुए कहा की स्थिति अब नियंत्रण में है। और फिलहाल कृषि आदि को हुए नुकसान के बारे में पता किया जा रहा है। अच्छी बात अब तक ये सामने आई है की फिलहाल तक किसी भी मृत्यु होने की खबर सामने नहीं आई है।

मालूम हो की इससे पहले उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी सोमवार को बादल फटने की घटना घटी थी। इस घटना चिन्यालीसौड़ के कुमराड़ा गांव में घटी थी। इसके वजह से कैनाल का पानी लोगो के घरों तक में चला गया। यहीं नहीं पानी के साथ जो मिटटी आई उसके चलते लोगो के घरों की दीवारें कई फीट तक दब गईं। कई गौशालाओं को नुकसान का सामना करना पड़ा।Cloud Burst in Uttarakhand

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