INDIA CHINA BORDER DISPUTE : गलवान हिंसा के बाद चीनी हैकरो ने किया था साइबर अटक
गलवान में हुई भारतीय और चीनी सेना के बीच झड़प होने के बाद चीनी हैकरो ने बीते साल 12 अक्टूबर को मुंबई के पावर सप्लाई सिस्टम पर साइबर अटैक किया था। इस घटना के बाद मुंबई में करीब 12 घंटो के लिए बिजली की सप्लाई बंद रही थी। ये वही घटना है जिसके बाद देश भर में मुंबई के पावर सप्लाई होने पर बवाल मचा था। इस खबर का खुलास अमेरिकी अखबार न्यूयोर्क टाइम्स के एक रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार चीन के RedEcho ग्रुप ने ये काण्ड किया था। बिजली की ये सप्लाई तब सुबह 10 बजे ठप हुई थी जिसे ठीक करने में 10 -12 घंटे लग गए थे।
भारत को दबाव में लाने की थी कोशिश
इस घटना के जरिये चीन भारत को चुप रहने की कोशिश कर रहा था। रिपोर्ट के अनुसार जब भारतीय और चीनी बॉर्डर पर आमने सामने थे तब वायरस को उन कण्ट्रोल सिस्टम में डाला जा रहा था जो की पूरे देश में बिजली की सप्लाई की देखरेख करते हैं।
रिपोर्ट में ये बात भी कहा गया है की साइबर स्पेस कंपनी रिकॉर्डेड फ्यूचर ने घटना की मैलवेयर ट्रेसिंग की थी। कमपनी के सीईओ स्टुअर्ट सोलोमन का हवाला देते हुए ये बात कही गयी है की इंडियन पावर जनरेशन और ट्रांसमिशन इन्फ्रास्ट्रक्चर में करीब 10 से ज्यादा नोड्स से प्रवेश करवाने के लिए आधुनकि साइबर तकनीक का इस्तेमाल किया गया था।
पर्याप्त सबूत नहीं
साइबर सिक्योरिटी कंपनी का इस घटना पर कहा है की इन तमाम सुरागों के बावजूद भी अब तक ऐसे पर्याप्त सबूत नहीं मिले है जिससे ये कहा जा सके की मुंबई में हुए पावर डाउन के लिए मौजूद हैकर ग्रुप जिम्मेदार है की नहीं। हालाँकि चीन कंपनी को लगातार ट्रेस किया जाएगा। कंपनी ने ये भी कहा है की उसने भारतीय सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के की इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम को अपने नतीजे भेजे है