वैश्विक अर्थव्यवस्था उबारने में China का प्रमुख रोल
विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन लंबे समय से दुनिया की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण इंजन बना हुआ है। हाल के महीनों में कोरोना महामारी के दौर में भी चीन की इकॉनमी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। जैसा कि हम जानते हैं कि कोविड-19 की वजह से समूचा विश्व संकट में घिरा हुआ है, ऐसे में चीन की जीडीपी में इजाफा एक शुभ संकेत कहा जा सकता है। इसके साथ ही विश्व बैंक समेत कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का कहना है कि इस साल चीन सकारात्मक वृद्धि हासिल करने वाला एकमात्र प्रमुख आर्थिक शक्ति होगा।
इस बीच अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले दशक में चीन का आयात 220 खरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। कहने का मतलब है कि चीन विश्व के तमाम देशों से इतनी बड़ी मात्र में वस्तुओं का आयात करेगा। जो कि ग्लोबल स्तर पर आर्थिक मजबूती के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है। चीन द्वारा आयोजित किए जा रहे शांगहाई आयात एक्सपो से भी दुनिया को एक भरोसा दिलाने का काम किया है। ऐसे वक्त में जब हर तरफ मंदी और नकारात्मक माहौल छाया हुआ है, चीन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए।
राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शांगहाई आयात मेले के उद्घाटन के मौके पर चीनी बाजार को विश्व का बाजार, साझा बाजार और व्यापक लोगों का बाजार बनाने देने पर जोर दिया। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि चीन वैश्विक आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में अपना योगदान देने के लिए आगे आना चाहता है। इसके साथ ही चीनी नेता ने दुनिया को यह भी भरोसा दिलाया कि चीन सीमा पार सेवाओं के व्यापार के लिए एक नकारात्मक सूची पेश करेगा। और तकनीक के मुक्त प्रवाह के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए पहले से प्रतिबंधित सूची को छोटा करने का वादा भी किया गया है। वहीं चीन डिजिटल अर्थव्यवस्था और इंटरनेट जैसे क्षेत्रों को व्यापक रूप से खोलेगा। इसके अलावा व्यापार और निवेश उदारीकरण और सुगमता में सुधार और नवाचार को भी गहरा किए जाने की बात कही गयी है।
चीन द्वारा आयोजित किए जा रहे आयात एक्सपो और चीनी राष्ट्रपति के संबोधन ने संकट में फंसी दुनिया को उम्मीद की किरण दिखाने का काम किया है। जो आने वाले समय में विश्व के तमाम देशों के लिए बहुत बड़ी राहत पहुंचा सकता है।
न्यज स्त्रोत आईएएनएस