Samachar Nama
×

चीन गरीबी उन्मूलन लक्ष्य के करीब

पिछले तीन-चार दशकों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से, चीन सरकार ने करोड़ों गरीब नागरिकों को गरीबी की दलदल से बाहर निकाला है। इसके लिये देश में तीन दशक तक चले तीव्र आर्थिक विकास को बड़ी वजह माना गया है। पिछले तीन दशक के दौरान चीनी आर्थिक प्रणाली के विकास और वैश्विक बाजार को
चीन गरीबी उन्मूलन लक्ष्य के करीब

पिछले तीन-चार दशकों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से, चीन सरकार ने करोड़ों गरीब नागरिकों को गरीबी की दलदल से बाहर निकाला है। इसके लिये देश में तीन दशक तक चले तीव्र आर्थिक विकास को बड़ी वजह माना गया है। पिछले तीन दशक के दौरान चीनी आर्थिक प्रणाली के विकास और वैश्विक बाजार को गले लगाने के साथ 70 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। चीन का यह प्रयास ऐतिहासिक है और चीन सरकार अब साल 2020 तक ग्रामीण इलाकों में पूरी तरह से गरीबी मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है।

हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण चीन में आयी आर्थिक विकास में मंदी, और वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी फैली आर्थिक मंदी के चलते इस साल चीन के लिए समग्र गरीबी उन्मूलन को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया है। निश्चित रूप से बड़े प्रयासों की आवश्यकता होगी। देखा जाए तो वैश्विक संकट बड़ी चुनौतियां और खतरे पैदा करता है, लेकिन एक अवसर भी देता है जो हम अपने प्रयासों में सुधार ला सकें।

गरीबी उन्मूलन में चीन की सफलता के कई पहलू दुनिया के ध्यान में लाने लायक हैं। गौर करें तो चीन ने ऐसी कार्रवाइयों को अमलीजामा पहनाया है जिनसे गरीब लोग अपने पास मौजूद परिसंपत्तियों से लाभ कमा सकते हैं। इसके अलावा, चीन ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को जल्द विकसित करने के लिए कृषि को आधुनिक बनाया है, एक प्रभावशाली सामाजिक सुरक्षा प्रणाली स्थापित की है, और ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए लक्षित गरीबी उन्मूलन के तरीकों को अपनाया है।

साल 2016 से 2020 तक चीन की 22 प्रांतों में कुल 98.10 लाख लोगों को पक्के घरों में शिफ्ट किया जा रहा है। कुछ लोगों को शहरी इलाकों में बने घरों में बसाया जा रहा है तो कुछ को समृद्ध ग्रामीण इलाकों में बसाया जा रहा है। चीन को उम्मीद है कि इस कदम से 2020 के अंत तक वह अपने सभी गरीब लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर ले आने में सफल हो जाएगा।

साल 1980 के बाद तेजी से आर्थिक विकास की मदद से चीन ने अपने देश में गरीबी को तेजी से समाप्त किया है। पुनर्वास के उपायों से गरीबी दूर करने की चीन की कोशिशें रंग ला रही हैं। इसका सबसे ज्यादा श्रेय चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग को जाता है। दरअसल, माओ की सांस्कृतिक क्रांति के दौरान शी चिनफिंग ने 7 साल गांवों में बिताए। इस अनुभव ने शी चिनफिंग की राजनीतिक प्राथमिकताएं तय की हैं, और राष्ट्रपति शी भली-भांति जानते हैं कि चीन के किसान और गरीब लोग क्या चाहते हैं।

चीन सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों, खासकर गरीब क्षेत्रो में बुनियादी ढांचा निर्माण पर ज्यादा जोर दिया है। बुनियादी ढांचा निर्माण से परिवहन, साफ पीने का पानी और बिजली की आपूर्ति और गरीब ग्रामीण क्षेत्रों में संचार में उल्लेखनीय सुधार हुए हैं। लाखों गरीब परिवारों के आवासों का पुनर्निर्माण किया गया है। गरीब क्षेत्रों में गरीब ग्रामीण निवासियों को दी गईं बुनियादी सार्वजनिक सेवाएं, जैसे शिक्षा और चिकित्सा देखभाल में सुधार हुआ है।

इस तरह चीन अपने गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को पूरा करने की राह पर तेजी से चल रहा है, और पूरी उम्मीद है कि इस साल के अंत तक वह अपनी मंजिल पर पहुंच जाएगा।

न्यूज स्त्रोत आईएएनएस

Share this story