Samachar Nama
×

बच्चों में बढ़ रहा है तेज़ी से इस जानलेवा बीमारी का खतरा

सिर्फ वयस्क ही नहीं बल्कि छोटे बच्चे भी तेजी से इस क्रॉनिक डिजीज का शिकार हो रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ICMR के अनुसार यूथ डायबीटीज रजिस्ट्री के आंकड़े बताते हैं कि 25 वर्ष से कम आयु के हर 4 यानी में से 1 यानी 25 प्रतिशत भारतीय अडल्ट-ऑनसेट टाइप 2 डायबीटीज से पीड़ित है। भारत में लगभग 97 हजार बच्चे टाइप-1 डायबीटीज का शिकार हैं जो एक ऑटोइम्यून बीमारी है।
बच्चों में बढ़ रहा है तेज़ी से इस जानलेवा बीमारी का खतरा

जयपुर । बच्चों में बीमारियों का होना कोई नई बात नही है कभी बच्चे माँ के गर्भ से ही बीमारियाँ साथ लेकर आते हैं या फिर उनको इस दुनिया में आने के बाद बीमारियाँ घेर लेती है । वैसे भी जिस तरह का आज हम जीवन यापन कर रहे हैं उसके चलते बीमारियाँ होना कोई बड़ी या नई बात नही होगी । बच्चों में वैसे भी रोग प्रति रोधक क्षमता कम होती है जिसके कारण बच्चो में बीमारियाँ हो जाने का खतरा बना ही रहता है ।

बच्चों में बढ़ रहा है तेज़ी से इस जानलेवा बीमारी का खतरा

आज हम बात कर रहे हैं बच्चों में बहुत तेज़ी से फैल रही जान लेवा बीमारी डायबिटीज़ टाइप 2 के बारे में । साइंस ने चाहे कितनी भी तरक्की कर ली हो पर आज भी कुछ ऐसी बीमारियाँ है जिंका इलाज़ संभव नही है । उन बीमारियों के कारण मरीज को या तो समय से पहले अपनी जान गवानी पड़ती है या जब तक नही उसका जीवन खत्म नही होता तब तक  उसकी पीड़ा को सहन करना पड़ता है ।बच्चों में बढ़ रहा है तेज़ी से इस जानलेवा बीमारी का खतरा

आज अभी हमारे देश में इस बात की जानकारी बहुत ही कम लोगों को है की डायबिटीज़ एक जानलेवा बीमारी है और इस बीमारी का अभी तक दुनिया में कोई भी इलाज़ नही है ।  मात्र परहेज करना या फिर इंसुलिन के इंजेक्शन और दवाओं का सेवन ही इस बीमारी से संघर्ष के सहायक है । पर आपको यह जानकार बहुत ही हैरानी होगी की यह बीमारी आज के समय में बच्चों में बहुत ही तेजी से फैल रही है ।

बच्चों में बढ़ रहा है तेज़ी से इस जानलेवा बीमारी का खतरा

भारत में टाइप-2 डायबिटीज़ तेजी से बढ़ रही है और सिर्फ वयस्क ही नहीं बल्कि छोटे बच्चे भी तेजी से इस क्रॉनिक डिजीज का शिकार हो रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ICMR के अनुसार यूथ डायबीटीज रजिस्ट्री के आंकड़े बताते हैं कि 25 वर्ष से कम आयु के हर 4 यानी में से 1 यानी 25 प्रतिशत भारतीय अडल्ट-ऑनसेट टाइप 2  डायबीटीज से पीड़ित है। भारत में लगभग 97 हजार बच्चे टाइप-1 डायबीटीज का शिकार हैं जो एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अग्न्याशय में इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देती है जिससे बच्चों को जीवित रहने के लिए इंसुलिन इंजेक्शन पर निर्भर रहना पड़ता है।

बच्चों में बढ़ रहा है तेज़ी से इस जानलेवा बीमारी का खतरा

सिर्फ वयस्क ही नहीं बल्कि छोटे बच्चे भी तेजी से इस क्रॉनिक डिजीज का शिकार हो रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ICMR के अनुसार यूथ डायबीटीज रजिस्ट्री के आंकड़े बताते हैं कि 25 वर्ष से कम आयु के हर 4 यानी में से 1 यानी 25 प्रतिशत भारतीय अडल्ट-ऑनसेट टाइप 2  डायबीटीज से पीड़ित है। भारत में लगभग 97 हजार बच्चे टाइप-1 डायबीटीज का शिकार हैं जो एक ऑटोइम्यून बीमारी है। बच्चों में बढ़ रहा है तेज़ी से इस जानलेवा बीमारी का खतरा

Share this story