Samachar Nama
×

छोटी दीपावली आज, रात को करें इस विधि से पूजा…, लंबी बीमारी से मिलेगी मुक्ति

बुधवार यानि कार्तिक माह की कृष्ण चतुर्दशी के दिन छोटी दीपावली, काली चौदस, नरक चतुर्दशी, रूप चौदस का पर्व मनाया जाता है। छोटी दीपावली के दिन यमराज पूजन का विधान है। भागवत महापुराण में वर्णित है कि दीपावली के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर दैत्य का वध कर बंदी गृह से कन्याओं को मुक्त
छोटी दीपावली आज, रात को करें इस विधि से पूजा…, लंबी बीमारी से मिलेगी मुक्ति

बुधवार यानि कार्तिक माह की कृष्ण चतुर्दशी के दिन छोटी दीपावली, काली चौदस, नरक चतुर्दशी, रूप चौदस का पर्व मनाया जाता है। छोटी दीपावली के दिन यमराज पूजन का विधान है। भागवत महापुराण में वर्णित है कि दीपावली के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर दैत्य का वध कर बंदी गृह से कन्याओं को मुक्त कराया था।

आज के ही दिन यमराज ने महादानी रंतिदेव की गलती सुधारने के लिए नर्क के कोप से मुक्ति देकर जीवनदान दिया था। यही नहीं देवर्षि नारद ने राजा हिरण्यगर्भ के कीड़े पड़ चुके शरीर से मुक्ति दिलाई थी। आज के दिन राजा हिरण्यगर्भ पहले की तरह सुंदर और स्वस्थ्य हो गए।

छोटी दिपावली के दिन ब्रह्म मुहूर्त में पूरे शरीर चंदन का लेप लगाकर तिल मिले जल से स्नान करने का विशेष महत्व है। छोटी दिपावली के दिन यमराज, श्रीकृष्ण, महाकाली की विशेष पूजा—अर्चना की जाती है। रात्रि में घर की दरवाजे पर दीपक जलाएं। काले जादू से मुक्ति मिलती है। विशेष स्नान और पूजन से लंबी बीमारी से मुक्ति मिलती है। जीवन सौंदर्यपूर्ण और युवा की तरह उर्जावान हो जाता है।

छोटी दीपावली आज, रात को करें इस विधि से पूजा…, लंबी बीमारी से मिलेगी मुक्ति
maa laxmi

इस विधि से करें पूजा:
रात में मां काली व यमराज की पूजा करें। लोहबान का धूप जलाएं, सरसो के तेल का दीपक जलाएं। इमरती का भोग लगाएं। काजल से तिलक करें। पूजा के बाद इमरती को चौराहे पर रख दें।

यमदीप पूजा का मुहूर्त: शाम 6 बजे से 7 बजे तक।
संध्या पूजा का मुहूर्त: शाम सवा 7 बजे से 9 बजकर 10 मिनट तक।

निशिता पूजा का समय: रात 11 बजकर 40 मिनट से रात डेढ़ बजे तक।
यमराज देवता का मंत्र— यं यमराजाय नमः॥
मां काली की पूजा का मंत्र—कालिकायै च विद्महे श्मशानवासिन्यै धीमहि तन्नो अघोरा प्रचोदयात्॥

Share this story