कीमो थेरेपी के हो सकते हैं कुछ दुष्परिणाम भी
जयपुर । कैंसर की बीमारी का इलाज़ करवाना बहुत ही जरूरी है । यदि इस बीमारी की रोकथाम नही की जाये तो यह रोगी की जान लेने में जरा भी देर नहीं लगती है । इस बीमारी का इलाज़ तो संभव नही है पर हाँ इसकी रोकथाम करके रोगी की जान बचाई जा सकती है । यह बीमारी काफी दर्दनाक होती है । कैंसर के रोगी का जीवन काफी कष्ट भरा होता है ।
आज हम आपसे बात कर रहे हैं इसके उपचार में काम में ली जाने वाले बीमारी कीमो थेरेपी करे बारे में । कैंसर क इलाज़ करवाते वक्त दो थेरेपिस मुख्य होती है । रेडियो थेरेपी और कीमो थेरेपी । रेडियो थेरपी में रोगी को इतनी परेशानी नही होती जितना कुछ उसको कीमो थेरेपी में सहन करना पड़ता है । जो भी व्यक्ति इस थेरेपी से गुजरता है वह मेंटली और इमोशनली थक जाता है साथ ही साथ फिजीकली भी काफी थक जाते है ।
थकान- कीमोथेरेपी के बाद पहले की अपेक्षा अथिक थकावट महसूस होती है। वहीं, आपके शरीर को आराम की जरूरत है तो करें, नहीं तो सामान्य रूप से कामकाज कर सकते हैं।
उल्टियां होना या जी मिचलाना- कीमोथेरेपी लेने के बाद ऐसा देखा जाता है कि जी मिचलाना या उल्टी होना जैसा महसूस होता है। इसके अलावा बुखार जैसा अहसास होता है।
बाल झड़ना- कीमोथेरेपी के इलाज के बाद दवाओं के इस्तेमाल के कारण बाल पतले हो जाते हैं। इस कारण बाल झड़ने की समस्या होने लगती है। बता दें कि बाल झड़ने की समस्या अस्थाई होती और बाल दोबारा आ जाते हैं।
मुंह में घाव- कीमोथेरेपी के इलाज के कारण मुंह के अंदर की सेल्स नष्ट हो सकती हैं। जिसके चलते मुंह लाल हो सकता है और मुंह में घाव हो सकते हैं। मुंह में घाव होने से बेचैनी हो जाती है।
खून की कमी- कीमोथेरेपी के कारण खून की कमी भी हो सकती है। जिसके चलते एनीमिया की समस्या हो जाती है।
संक्रमण- कीमीथेरेपी लेने के बाद संक्रमण की आशंका रहती है। इसलिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।