इस मंत्र का जाप दे सकता है आपके शरीर को चमत्कारी लाभ
हिन्दू धर्म में मंत्र जाप का विशेष महत्व है , ऐसा माना जाता है की मंत्र जाप व्यक्ति को सीधे ईश्वर से जोड़ता है | आज हम आपको जिस मंत्र के बारे में बताने जा रहे है उसे सभी शास्त्रों में सबसे चमत्कारी और शक्तिशाली मंत्र माना जाता है , और वो मंत्र है गायत्री मंत्र , जिसे सावित्री मंत्र भी कहा जाता है | इस मंत्र को चार वेदो से लिया गया है और यह इस प्रकार है –
ॐ भूर् भुवः सुवः ।
तत्स॑वि॒तुर्वरेण्यं॒
भर्गो॑ दे॒वस्य॑धीमहि ।
धियो॒ यो नः॑ प्रचो॒दया॑त् ॥
इसका अर्थ है- “उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपनी अन्तरात्मा में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।”
यह मंत्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा प्रभाव डालता है , इसे सुनने मात्र से भी शरीर को फायदा होता है | इसके उच्चरण का असर शरीर के अंदर हाइपोथैलेमस ग्लैंड पर विशेष रूप से होता है जिससे शरीर की ऊर्जा बढ़ती है | इसके उच्चरण से होने वाला कम्पन्न शरीर की तंत्रिकाओं को ताकत देता है , जिससे शरीर स्वस्थ रहता है | इस मंत्र की तरंगे हमारे आसपास के वातावरण को भी शांत और शीतल करती है |इस मंत्र के जाप से तनाव से मुक्ति मिलती है जिससे दिमाग शांत और एकाग्र रहता है | गायत्री मंत्र का जाप दिलन की धड़कन की गति को नियंत्रित रखता है , और साथ हे फेफड़ो से जुडी समस्या भी दूर करता है | इसका जाप वाणी विकार को भी दूर करता है |
गायत्री मंत्र त्वचा से ज़हरीले टॉक्सिन्स को भी बाहर निकलता है जिससे हमारी त्वचा हेल्दी रहती है | इस मंत्र को सवेरे सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की और मुँह करके जपना विशेष लाभदायी होता है, अन्यथा इसका जाप आप कभी भी कैसी भी अवस्था में कर सकते है |