Chandra grahan: ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं जरूर रखें इन बातों का ध्यान, होगा लाभ
आज साल 2020 का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा हैं इस दिन चंद्र ग्रहण भारत समेत कई देशों में देखने को मिलेगा। चंद्र ग्रहण का मनुष्य पर विशेष प्रभाव पड़ता हैं उससे बचने के लिए ज्योति में कुछ उपाय बताए गए हैं चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान लापरवाही करने पर शिशु के स्वास्थ्य को हानि हो सकती हैं तो आज हम आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मान्यताओं के मुताबिक चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए अशुभ प्रभाव देने वाला होता हैं इसलिए ग्रहण की अवधि में इनको घर में रहने की सलाह दी जाती हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना, कपड़े सीना आदि कार्यों में धारदार उपकरणों का उपयोग करने से बचना चाहिए। इससे गर्भस्थ शिशु को शारीरिक दोष हो सकता हैं। ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को सोना, खाना पकाना और सजना संवरना नहीं चाहिए। ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिला को तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए।
इस दौरान देव मंत्रों के उच्चारण से भी ग्रहण के दुष्प्रभाव से रक्षा होती हैं। ग्रहण की समाप्ति के बाद गर्भवती महिला को पवित्र जल से स्नान करना चाहिए, वरना उसके शिशु को त्वचा संबंधी रोग होने की आशंका होती हैं। ग्रहण के दौरान मानसिक रूप से मंत्र जाप का बड़ा महत्व होता हैं गर्भवती महिलाएं इस दौरान मंत्र जाप कर अपनी रक्षा कर सकती हैं इससे स्वयं के और गर्भस्थ शिशु के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक और उत्तर प्रभाव पड़ता हैं।