Chanakya niti: ऐसे लोगों से मित्रता और प्रेम करना होता है बेहतर, जानिए आज की चाणक्य नीति
आचार्य चाणक्य अपनी नीतियों से विश्व प्रसिद्ध माने जाते हैं इनकी नीतियां देश विदेश हर जगह प्रसिद्ध हैं चाणक्य नीति के अनुसार घनिष्ठ मित्रता और प्रेम बराबर वालों में किया जाना अच्छा होता हैं देश काल और समाज के हर व्यक्ति पर इसका गहरा प्रभाव होता हैं ऐसे में अलग परिवेश और सामाजिक व आर्थिक अंतर वाले लोगों से प्रेम और मित्रता से बचना अधिक सही होता हैं। तो आज हम आपको आचार्य चाणक्य की नीतियों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
बराबर की संस्कृति और आर्थिक वाले लोग एक दूसरे की परेशानियों और जरूरतों को भलिभांति समझ सकते हैं समझ का यह स्तर रिश्तों को प्रगाढ़ बना देता हैं अत्यधिक सामाजिक और आर्थिक अंतर रहन सहन, बात व्यवहार और सोच में खाई जैसे अंतर को दर्शाते हैं जातक की मानसिकता उसके चरित्र का निर्माण करती हैं चारित्रिक अंतर झगड़े विवाद बहस और तनाव का कारण भी बन सकते हैं। आचार्य चाणक्य यक्तिगत संबंधों के साथ राजनीतिक व्यवहार में भी चरित्र को अधिकाधिक महत्व देते थे। कमजोर चरित्र और व्यवहार के लोगों पर भरोसा नहीं करते थे। प्रेम और मित्रता में भरोसा प्राथमिक तत्व माना जाता हैं भरोसा समान विचारधारा और संस्कृति के लोगों में विकसित होता हैं।
आचार्य चाणक्य ने न केवल विभिन्न राजनैतिक संबंधों को देशकाल की जरूरत के अनुसर महत्ता प्रदान की है बल्कि स्वयं इनको मूर्तरूप देने की पहली भी की। इनमें उन्होंने हमेशा इस बात का ध्यान रखा कि प्रेम और मित्रता से निर्मित रिश्ता बराबर वालों के साथ ही हो।