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एक भारतीय छात्र ने समुद्री खारे पानी को पीने योग्य बनाया

जयपुर। पेयजल संकट इस समय की सबसे बड़ी समस्या है। सारी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बढ़ती हुई गर्मी से बेहाल है। ऐसे में अगर दो बूंद जिंदगी कि यानी के पानी की समस्या महिषासुर की तरह मुंह फाड़े हुए दुनिया को लीलने के लिए तैयार है। पीने लायक साफ पानी और हवा ही

जयपुर। पेयजल संकट इस समय की सबसे बड़ी समस्या है। सारी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बढ़ती हुई गर्मी से बेहाल है। ऐसे में अगर दो बूंद जिंदगी कि यानी के पानी की समस्या महिषासुर की तरह मुंह फाड़े हुए दुनिया को लीलने के लिए तैयार है। पीने लायक साफ पानी और हवा ही आने वाले टाइम में मुख्य कीमती खजाने होंगे। भविष्य में सोने चांदी की बजाए इन कुदरती चीजो की ही वैल्यू रहेगी। वैसे दुनिया में सत्तर प्रतिशत पानी होने के बाद भी यह समस्या बरकरार है। क्योंकि समुद्री पानी का खारापन इसे पीने लायक नहीं रहने देता है।

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पर अगर इस खारे पानी को मीठे पानी में बदल दिया जाए तो शायद पानी की समस्या एक हद तक दूर की जा सकती है। यही सोचकर अमेरिका में रहने वाले एक भारतीय किशोर ने खारे पानी को पीने लायक बनाने की एक नायाब तरकीब खोज ली है। जी हां, भारतीय मूल के छात्र चैतन्य कारम्चेडू ने समंदरों के खारे पानी को पीने लायक बना दिया है। दरअसल चैतन्य की इस खोज ने उसे सारी दुनिया के वैज्ञानिकों का चहेता बना दिया है।एक भारतीय छात्र ने समुद्री खारे पानी को पीने योग्य बनाया

दरअसल यह इस समय की सबसे गंभीर समस्या है। इसके बाद ही चैतन्य से कई दिग्गज तकनीकी कंपनियों और महान विश्वविद्यालयों ने संपर्क करना शुरू कर दिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि चैतन्य औरिगन क्षेत्र के पोर्टलैंड शहर में रहता है। चैतन्य की इस खोज ने सारे विश्व का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। दरअसल चैतन्य ने अपने स्कूल प्रोजेक्ट में यह कारनामा कर दिखाया है। जेसुट हाईस्कूल सीनियर में पढ़ने वाले चैतन्य कारम्चेडू की अद्भुत प्रतिभा से स्कूल टीचर्स भलीभांति परिचित हैं।एक भारतीय छात्र ने समुद्री खारे पानी को पीने योग्य बनाया

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इसके अलावा भी चैतन्य के पास और भी कई समस्याओं के हल हैं। कलाम साहब को अपना आदर्श मानने वाले इस छात्र ने कहा है कि वह इस तकनीक को उन सब लोगों को समर्पित करना चाहता है जिन्हें साफ पानी तक नसीब नही हो पाता है। जल्द ही इस तकनीक को बड़े पैमाने पर लागू करके पेयजल संकट से मुक्ति पाई जा सकेगी।एक भारतीय छात्र ने समुद्री खारे पानी को पीने योग्य बनाया

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