बॉश को पहली तिमाही में 200 करोड़ का नुकसान, 1,000 लोगों की नौकरियां गईं
मोटर वाहन कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी बॉश ने पहली तिमाही में 200 करोड़ रुपये के नुकसान को उठाया है , जबकि वहीं दूसरी तरफ एक साल पहले कंपनी को 280 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। कोरोना महामारी के कारण ऑटो उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हाल के समय में आवागमन परिचालन राजस्व कर 64% से घटकर लगभग 991 करोड़ रुपये ही रह गया है। पुनर्गठन, रीस्किलिंग और साथ में हो रही अन्य परिवर्तनकारी परियोजनाओं से 197 करोड़ रुपये के नुकसान को कम किया गया था।
कई राज्यों में लॉकडाउन आपूर्ति श्रृंखला पर प्रतिकूल प्रभाव डाले हुए हैं। बॉश के प्रबंध निदेशक सौमित्र भट्टाचार्य ने कहा है की, भविष्य के आने वाले वर्षों में इसके निरंतर प्रभाव के साथ आने वाले वर्षों में हम अब अपने सहयोगियों के लिए अत्यधिक सावधानी का प्रदर्शन करते हुए व्यावसायिक स्थिति का मुकाबला करने के लिए हम सब तैयार हैं। पुनर्गठन से लगभग 1,000 नौकरिया प्रभावित हुई है।
कंपनी का दावा है कि ऑटो उद्योग की बदलती गतिशीलता के साथ पुन: आवश्यक रूप से चुनौतीपूर्ण स्थिति के परिणामस्वरूप बॉश संसाधनों और लागतों के प्रबंधन के लिए कई सारे उपाय तैयार कर रहा है। परिचालन क्षमता इसके मूल व्यवसाय को अनुकूलित करने में काफी मदद करने वाली है। लिक्विडिटी को सुरक्षित करने के लिए विनिर्माण क्षमता और लागत संरचनाओं को व्यापक तौर पर उपयोग में लिया जा रहा है ।
पावरट्रेन सॉल्यूशन व्यवसाय ने 78% राजस्व में गिरावट को दर्ज किया है। हालांकि, दोपहिया और पावरस्पोर्ट्स उत्पाद इकाई के दोहरे अंकों में वृद्धि होती हुई देखी गई है। भट्टाचार्य ने यह भी कहा है कि भारी वाणिज्यिक वाहनों और यात्री कारों पर भारी प्रभाव के साथ ही पहली तिमाही में ऑटो बाजार 70% नीचे पहुँच गया था। ट्रैक्टर और दोपहिया वाहन बाजार ने बेहतर प्रदर्शन किया है।