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शरीर की कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक है रक्तदान, लेकिन इन बातों पर ध्यना देना भी जरूरी!

रक्तदान..महादान..। ये कहावत ऐस, ही नहीं कही गई है, इसके पीछे कई जिंदगियों को बचाने का राज छिपा हुआ है। जानकारी के लिए बता दें कि, कोई भी इंसान तीन महिने के अंतराल पर रक्तदान कर सकता है जिसके करीब 21 दिनों के अंदर ही उसके शरीर में शुद्ध रक्तनिर्माण हो जाता है। हालाकि इसके
शरीर की कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक है रक्तदान, लेकिन इन बातों पर ध्यना देना भी जरूरी!

रक्तदान..महादान..। ये कहावत ऐस, ही नहीं कही गई है, इसके पीछे कई जिंदगियों को बचाने का राज छिपा हुआ है। जानकारी के लिए बता दें कि, कोई भी इंसान तीन महिने के अंतराल पर रक्तदान कर सकता है जिसके करीब 21 दिनों के अंदर ही उसके शरीर में शुद्ध रक्तनिर्माण हो जाता है। हालाकि इसके पीछे फायदा यह है कि, इसके कारण आपको अपने शरीर की पूरा रिपोर्ट मिल जाती है, क्योंकि रक्तदान से पहले भी कई परिक्षण किए जाते हैं। लेकिन रक्तदान से पहले कुछ सावधानियों का होना बेहद आवश्यक है जिसके कारण इसे सफल बनाया जा सकता है-

  • रक्तदान करने से करीब 3 घंटे पहले पौष्टिक आहार का सेवन करें। आप फलों, सब्जियों और जूस या फिर आम आहार का सेवन भी कर सकते हैं।
  • रक्तदान के बाद जो थोडा बहुत नाश्ता आपको दिया जाता है उसे ग्रहण करना बेहद आवश्यक है। इसी के साथ आपको बेहतर आहार लेने की सलाह भी दी जाती है।
  • रक्तदान करने के तुरंचत बाद यात्रा ना करें, और ना ही पैदल और साइकिल से चलकर जाएं। रक्तदान के कम से आधे घंटे तक आपको शारीरिक श्रमों से भी बचान चाहिए।
  • रक्तदान से एक दिन पहले स्मॉकिंग और दो दिन पहले एल्कॉहॉल छोड देना चाहिए। और र्कतदान के तीन घंटे बाद भी स्मॉकिंग नही करना चाहिए।
  • जो मनहिलाएं गर्भवती हो या फिर कमजोर महिलाओं को रक्तदान से बचना चाहिए। और अगर शरीर पर कोई टेटू बनवाया है तो भी इससे बचना चाहिए।
  • रक्तदान करने बाद दूसरे रक्तदान के बीच करीब 50 दिन का अंतराल तो जरूर रखना चाहिए। होना चाहिए।

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