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करेला नहीं सिर्फ एक सब्जी बल्कि यह आयुर्वेदिक औषधि

करेले में डायबिटीज कंट्रोल करने वाले इंसुलिन जैसे कंपाउंड होते हैं, जिन्हें पॉलिपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन कहा जाता है। यह इंसुलिन प्राकृतिक रूप से डायबिटीज को नियंत्रित करने का काम करता है। ये पदार्थ या तो व्यक्तिगत रूप से काम करते हैं या ब्लड के साथ मिलकर ब्लड में मौजूद शुगर लेवल को कम करने का काम करते हैं।
करेला नहीं सिर्फ एक सब्जी बल्कि यह आयुर्वेदिक  औषधि

 

जयपुर । आज कल की बिगड़ती लाइफस्टायल के चलते हम सभी को बीमारियाँ बहुत तेज़ी से घेरे जा रही है । जिस तरह का खानपान और हमारी दिनचर्या हो रही है वह हमारे शरीर में असाध्य रोगों का कारण बन रहा है । उन असाध्य रोगों में से एक है डायबिटीज़ ।

करेला नहीं सिर्फ एक सब्जी बल्कि यह आयुर्वेदिक  औषधि

डायबिटीज़ को जानलेवा बीमारी में से एक बीमारी कहा जाता है । इस बीमारी का कोई इलाज़ नहीं है  यहाँ तक की इस बीमारी में खुद को बचये रखने का एक ही तरिकला है वह है परहेज । पर क्या आप जानते हैं की इस बीमारी का आयुर्वेद में बहुत ही सस्ता और अच्छा इलाज़ उपलब्ध है । आइये जानते हैं क्या है वह ?

करेला नहीं सिर्फ एक सब्जी बल्कि यह आयुर्वेदिक  औषधि

 

करेले में डायबिटीज कंट्रोल करने वाले इंसुलिन जैसे कंपाउंड होते हैं, जिन्हें पॉलिपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन कहा जाता है। यह इंसुलिन प्राकृतिक रूप से डायबिटीज को नियंत्रित करने का काम करता है। ये पदार्थ या तो व्यक्तिगत रूप से काम करते हैं या ब्लड के साथ मिलकर ब्लड में मौजूद शुगर लेवल को कम करने का काम करते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए करेला जूस सबसे फायदेमंद ड्रिंक है।

करेला नहीं सिर्फ एक सब्जी बल्कि यह आयुर्वेदिक  औषधि

 

करेले को अच्छी तरह धोने के बाद उसे बीच से लंबाई में काट लें और सफेद हिस्सा यानी बीच वाला हिस्सा अलग निकाल दें।हरे हिस्से को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर आधा घंटे के लिए पीने योग्य पानी में भिगोकर रख दें। आप इसमें नमक मिला सकते हैं या नींबू निचोड़ सकते हैं ताकि कड़वापन कुछ कम हो सके।करेला नहीं सिर्फ एक सब्जी बल्कि यह आयुर्वेदिक  औषधि

आधा घंटे बाद करेले के इन टुकड़ों को पानी से निकाल लें और मिक्सर में डालें। जूस बनाने के लिए जरूरी पानी मिक्सर में डाल लें। आप चाहें तो अदरक का छोटा सा पीस या काली मिर्च पाउडर भी इसमें मिला सकते हैं।

करेले में डायबिटीज कंट्रोल करने वाले इंसुलिन जैसे कंपाउंड होते हैं, जिन्हें पॉलिपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन कहा जाता है। यह इंसुलिन प्राकृतिक रूप से डायबिटीज को नियंत्रित करने का काम करता है। ये पदार्थ या तो व्यक्तिगत रूप से काम करते हैं या ब्लड के साथ मिलकर ब्लड में मौजूद शुगर लेवल को कम करने का काम करते हैं। करेला नहीं सिर्फ एक सब्जी बल्कि यह आयुर्वेदिक औषधि

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