Birthday Special: जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है…, रगों में जोश भर देंगे सनी देओल के ये धांसू डायलॉग्स
आज बॉलीवुड के एक्शन और दमदार अभिनेता सनी देओल का जन्मदिन है। सनी देओल आज अपना 60वां जन्मदिन है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि सनी देओल बॉलीवुड के सबसे दमदार अभिनेता हैं, उनकी फिल्मों को आज भी दर्शक देखना काफी पसंद करते है। फिल्मों में उनके द्वारा बोले गए डायलॉग्स तो आज भी लोगों को याद है। उनके हर डायलॉग रगों में जोश भर देते हैं यही कारण है कि सनी देओल एक अलग तरह के अभिनेता है। आज आपके लिए सनी देओल की मशहूर फिल्म के कुछ धांसू डायलॉग्स लेकर आए है।
जिद्दी: पत्थरों की दुनिया में देवता बनना तो बहुत आसान है, इंसान बनना बहुत मुश्किल।
दामिनी: जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है, तो आदमी उठता नहीं…उठ जाता है।
दामिनी: चिल्लाओ मत। नहीं तो ये केस यहीं रफा दफा कर दूंगा। न तारीख, न सुनवाई, सीधा इंसाफ। वो भी ताबड़तोड़।
जीत: इन हाथों ने हथियार छोड़े हैं, चलाना नहीं भूले।
गदर- एक प्रेम कथा: हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा।
दामिनी: मैदान में खुले शेर का सामना करोगे, तुम्हारे मर्द होने की गलतफहमी दूर हो जाएगी।
दामिनी: तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख…तारीख पर तारीख…तारीख मिलती रही है, लेकिन इंसाफ नहीं मिला। माई लॉर्ड इंसाफ नहीं मिला…मिली है तो सिर्फ यह तारीख।
गदर- एक प्रेम कथा: मैं अपने बीबी बच्चों के लिए सर झुका सकता हूं। तो मैं सबके सर काट भी सकता हूं।
घायल: जाकर दुम हिलाना उनके सामने…तलवे चाटना..बोटियां फेकेंगे बोटियां…
घातक: पिंजरे में आकर शेर भी कुत्ता बन जाता है।
घातक: मर्द बनने का इतना ही शौक है, तो कुत्तों का सहारा लेना छोड़ दें।