नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली 6 से 8 अप्रैल तक अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत आ रहे हैं। नेपाल पीएम ओली की आधिकारिक भारत यात्रा पर उनकी पत्नि राधिका शाक्य और 53 सद्स्यों का प्रतिनिधिमंडल भी इस दौरे पर आ रहा है। जाहिर है कि अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा के दौरान जहां पीएम ओली भारत के राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्री समेत मंत्रिमंडल के कई सदस्यों से मुलाकात करेंगे।
नेपाल के साथ द्वीपक्षीय संबंधों और अहम समझोतों पर हस्ताक्षर होना भी लाज़मी है जिनको लेकर पहले ही पीएम ओली ने भारतीय प्रशासन से सारी बातें साफ दी हैं। नेपाल संसद में अपनी भारत यात्रा की जानकारी देते हुए ओली ने सांसदों को आश्वस्त किया “भारत के साथ ऐसे किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे, जिससे नेपाल के गौरव और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचे। मैं ऐसा कोई समझौता नहीं करूंगा जो नेपाल के राष्ट्रीय हित के खिलाफ हो।”
“भारत यात्रा के दौरान हमारा ध्यान नया समझौता करने के स्थान पर भारत और नेपाल के बीच पुराने समझौतों के बेहतर क्रियान्वयन पर केंद्रित होगा। मैं राष्ट्र हित के खिलाफ कोई समझौता नहीं करूंगा। हम किसी भी ऐसी चीज से बचते हुए जो देश के लिए अपमानजनक हो, भारत के साथ विश्वसनीय संबंध कायम रखना चाहते हैं।”-नेपाल पीएम केपी ओली
गौरतलब है कि फरवरी में नेपाल प्रधानमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद पीएम ओली की भारत यात्रा पहली पहली विदेश यात्रा होगी। शुक्रवार से शुरु होने वाली इस यात्रा को लेकर पीएम ओली ने आज नेपाल कैबिनेट को संबोधित किया। भारत के प्रधानमंत्री मोदी के आमंत्रण पर संचालित इस भारत यात्रा में नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञावली, उद्योग मंत्री मातृका यादव, तथा भौतिक योजना एवं अवसंरचना मंत्री रघुबीर महासेठ भी मौजूद रहेंगे।