Samachar Nama
×

भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन के प्राणों को 4 बार बचाया था,जानें आप भी

जयपुर। महाभारत का युद्ध जो कौरवों और पाण्डवों के बीच लडा गया था, इस युद्ध में कई ऐसी घटनाएं घटित हुई थी जिनको आज भी याद किया जाता है। इसके साथ ही भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में हर परिस्थिती में पांडवों की रक्षा की ऐसे में महाभारत के युद्ध में भगवान श्री कृष्ण
भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन के प्राणों को 4 बार बचाया था,जानें आप भी

जयपुर।  महाभारत का युद्ध जो कौरवों और पाण्डवों के बीच लडा गया था, इस युद्ध में कई ऐसी घटनाएं घटित हुई थी जिनको आज भी याद किया जाता है। इसके साथ ही भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में हर परिस्थिती में पांडवों की रक्षा की ऐसे में महाभारत के युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने 4 बार अर्जुन के प्राणों की रक्षा की थी। इस युद्ध में कृष्ण अर्जुन के सारथी बने थे।  आज हम इस लेख में कृष्ण ने कहा कहा पर और किस प्रकार अर्जुन के प्राणों की इस बारे मे बता रहें हैं।

भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन के प्राणों को 4 बार बचाया था,जानें आप भी

  • महाभारत के युद्ध में भीम के पौत्र और घटोत्कच के बेटे बर्बरीक ने भाग लिया होता तो अर्जुन ही नहीं बल्कि एक भी योद्धा जीवित नहीं बचता। इसी कारण भगवान कृष्ण ने बर्बरीक का मस्तक उपहार के रुप में मांग कर सभी के प्राणों की रक्षा की।

भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन के प्राणों को 4 बार बचाया था,जानें आप भी

  • महाभारत के युद्ध में कर्ण और अर्जुन दोनों ही एक दुसरे के प्राणों के शत्रु थे। जब कर्ण ने सर्पमखास्त्र नामक बाणों से अर्जुन पर प्रहार किया उस समय भगवान कृष्ण ने रथ का एक पहिया नीचे झुका दिया जिससे बाण अर्जुन के मुकुट को छूता हुआ पार चला गया इस प्रकार दूसरी बार अर्जुन के प्राणों की रक्षा की।

भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन के प्राणों को 4 बार बचाया था,जानें आप भी

  • कर्ण के पास अमोघ अस्त्र था जिसे इंद्र ने कर्ण को दिया था। घटोत्कच के युद्ध में सम्मिलित होने के कर्ण के आगे ऐसी परिस्थिति बना दी जिससे कर्ण को अपने इस बाण का प्रयोग घटोत्कच के प्राण लेने के लिए करना पडा इस प्रकार तीसरी बार कृष्ण ने अर्जुन के प्राण बचाएं।
  • युद्ध के अंत में कृष्ण ने सबसे पहले रथ से अर्जुन को उतरने के लिए कहा लेकिन अन्य दिनों में भगवान श्री कृष्ण ही पहले उतरते  थे।  अर्जुन के रथ से उतरने के बाद जैसे ही कृष्ण रथ से उतरे वैसे ही रथ में तेज विस्फोट हुआ जिससे रथ जल उठा  कृष्ण ने अर्जुन को बताया कि यह रथ तो  कर्ण के प्रहारों के कारण पहले ही जल चुका था लेकिन मैंने इस रथ को अपनी संकल्प शक्ति से बाँध रखा था।

Share this story