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बगलामुखी जयंती पर करें इन शक्तिशाली मंत्रों का जाप, बड़े से बड़ा संकट होगा दूर

हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों को विशेष माना जाता हैं वही हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बगलामुखी जयंती मनाई जाती हैं मां बगलामुखी को दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या माना गया हैं। इनकी पूजा करने से गंभीर बीमारियां दूर हो जाती हैं और शत्रुओं का नाश होता हैं
बगलामुखी जयंती पर करें इन शक्तिशाली मंत्रों का जाप, बड़े से बड़ा संकट होगा दूर

हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों को विशेष माना जाता हैं वही हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बगलामुखी जयंती मनाई जाती हैं मां बगलामुखी को दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या माना गया हैं। इनकी पूजा करने से गंभीर बीमारियां दूर हो जाती हैं और शत्रुओं का नाश होता हैं इसके अलावा वाक सिद्धि और वाद विवाद में विजय प्राप्त होती हैं वही इस बार बगलामुखी जयंती 20 मई को मनाई जाएगी। तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं मां बगलामुखी की आरती, मंत्र और चालीसा का पाठ, तो आइए जानते हैं।बगलामुखी जयंती पर करें इन शक्तिशाली मंत्रों का जाप, बड़े से बड़ा संकट होगा दूर

मंत्र जाप—

ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै ह्लीं ॐ नमः

श्री ब्रह्मास्त्र.विद्या बगलामुख्या नारद ऋषये नमः शिरसि
त्रिष्टुप् छन्दसे नमो मुखे, श्री बगलामुखी दैवतायै नमो ह्रदये,
ह्रीं बीजाय नमो गुह्ये, स्वाहा शक्तये नमः पाद्योः
ॐ नमः सर्वांगं श्री बगलामुखी देवता प्रसाद सिद्धयर्थ न्यासे विनियोगः

बीज मंत्र—

ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय
जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहाबगलामुखी जयंती पर करें इन शक्तिशाली मंत्रों का जाप, बड़े से बड़ा संकट होगा दूर

मां बगलामुखी चालीसा पाठ—

दोहा- सिर नवाइ बगलामुखी
लिखूं चालीसा आज
कृपा करहु मोपर सदा
पूरन हो मम काज

जय जय जय श्री बगला माता
आदिशक्ति सब जग की त्राता

बगला सम तब आनन माता
एहि ते भयउ नाम विख्याता

शशि ललाट कुण्डल छवि न्यारी
असतुति करहिं देव नर-नारी

पीतवसन तन पर तव राजै
हाथहिं मुद्गर गदा विराजै

तीन नयन गल चम्पक माला
अमित तेज प्रकटत है भाला

रत्न-जटित सिंहासन सोहै
शोभा निरखि सकल जन मोहै

आसन पीतवर्ण महारानी
भक्तन की तुम हो वरदानी

पीताभूषण पीतहिं चंदन
सुर नर नाग करत सब वंदन

एहि विधि ध्यान हृदय में राखै
वेद पुराण संत अस भाखै

अब पूजा विधि करौं प्रकाशा
जाके किये होत दुख-नाशा

प्रथमहिं पीत ध्वजा फहरावै
पीतवसन देवी पहिरावै

कुंकुम अक्षत मोदक बेसन
अबिर गुलाल सुपारी चन्दन

माल्य हरिद्रा अरु फल पाना
सबहिं चढ़इ धरै उर ध्याना

धूप दीप कर्पूर की बाती
प्रेम-सहित तब करै आरती

अस्तुति करै हाथ दोउ जोरे
पुरवहु मातु मनोरथ मोरे

मातु भगति तब सब सुख खानी
करहुं कृपा मोपर जनजानी

त्रिविध ताप सब दुख नशावहु
तिमिर मिटाकर ज्ञान बढ़ावहु

बार-बार मैं बिनवहुं तोहीं
अविरल भगति ज्ञान दो मोहीं

पूजनांत में हवन करावै
सा नर मनवांछित फल पावै

सर्षप होम करै जो कोई
ताके वश सचराचर होई

तिल तण्डुल संग क्षीर मिरावै
भक्ति प्रेम से हवन करावै

दुख दरिद्र व्यापै नहिं सोई
निश्चय सुख-सम्पत्ति सब होई

फूल अशोक हवन जो करई
ताके गृह सुख-सम्पत्ति भरई

फल सेमर का होम करीजै
निश्चय वाको रिपु सब छीजै

गुग्गुल घृत होमै जो कोई
तेहि के वश में राजा होई

गुग्गुल तिल संग होम करावै
ताको सकल बंध कट जावै

बीलाक्षर का पाठ जो करहीं
बीज मंत्र तुम्हरो उच्चरहीं

एक मास निशि जो कर जापा
तेहि कर मिटत सकल संतापा

घर की शुद्ध भूमि जहं होई
साध्का जाप करै तहं सोई

सेइ इच्छित फल निश्चय पावै
यामै नहिं कदु संशय लावै

अथवा तीर नदी के जाई
साधक जाप करै मन लाई

दस सहस्र जप करै जो कोई
सक काज तेहि कर सिधि होई

जाप करै जो लक्षहिं बारा
ताकर होय सुयशविस्तारा

जो तव नाम जपै मन लाई
अल्पकाल महं रिपुहिं नसाई

सप्तरात्रि जो पापहिं नामा
वाको पूरन हो सब कामा

नव दिन जाप करे जो कोई
व्याधि रहित ताकर तन होई

ध्यान करै जो बन्ध्या नारी
पावै पुत्रादिक फल चारी

प्रातः सायं अरु मध्याना
धरे ध्यान होवैकल्याना

कहं लगि महिमा कहौं तिहारी
नाम सदा शुभ मंगलकारी

पाठ करै जो नित्या चालीसा
तेहि पर कृपा करहिं गौरीशा

दोहा- सन्तशरण को तनय हूं,
कुलपति मिश्र सुनाम
हरिद्वार मण्डल बसूं ,
धाम हरिपुर ग्राम

उन्नीस सौ पिचानबे सन् की,
श्रावण शुक्ला मास
चालीसा रचना कियौ,
तव चरणन को दासबगलामुखी जयंती पर करें इन शक्तिशाली मंत्रों का जाप, बड़े से बड़ा संकट होगा दूर

मां बगलामुखी आरती—

जय जय श्री बगलामुखी माता,
आरती करहूँ तुम्हारी
जय जय श्री बगलामुखी माता,
आरती करहूँ तुम्हारी

पीत वसन तन पर तव सोहै,
कुण्डल की छबि न्यारी
कर कमलों में मुद्गर धारै,
अस्तुति करहिं सकल नर नारी

जय जय श्री बगलामुखी माता

चम्पक माल गले लहरावे,
सुर नर मुनि जय जयति उचारी

जय जय श्री बगलामुखी माता

त्रिविध ताप मिटि जात सकल सब,
भक्ति सदा तव है सुखकारी

जय जय श्री बगलामुखी माता

पालन हरत सृजत तुम जग को,
सब जीवन की हो रखवारी

जय जय श्री बगलामुखी माता

मोह निशा में भ्रमत सकल जन,
करहु ह्रदय महँ, तुम उजियारी

जय जय श्री बगलामुखी माता

तिमिर नशावहू ज्ञान बढ़ावहु,
अम्बे तुमही हो असुरारी

जय जय श्री बगलामुखी माता

सन्तन को सुख देत सदा ही,
सब जन की तुम प्राण प्यारी

जय जय श्री बगलामुखी माता

तव चरणन जो ध्यान लगावै,
ताको हो सब भव – भयहारी

जय जय श्री बगलामुखी माता

प्रेम सहित जो करहिं आरती,
ते नर मोक्षधाम अधिकारी

जय जय श्री बगलामुखी माताबगलामुखी जयंती पर करें इन शक्तिशाली मंत्रों का जाप, बड़े से बड़ा संकट होगा दूर

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