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समाज में फैैले भेदभाव पर तीखा प्रहार है आयुष्मान की आर्टिकल 15

निर्देशक अनुभव सिन्हा अपनी अगली फिल्म आर्टिकल 15 लेकर आए हैं, ये भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15 पर आधारित हैं। जिसमे किसी भी राज्य, जाति और मूलवंश के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा। लेकिन इसके बाद भी आप जानते हैं कि देश में भेदभाव हो रहा है। फिर वो चाहे छोटे स्तर पर हो या बड़े स्तर पर। निर्देशक अनुभव सिन्हा की फिल्म इसी पर आधारित हैं।
समाज में फैैले भेदभाव पर तीखा प्रहार है आयुष्मान की आर्टिकल 15

बॉलीवुड के ऐसे कई निर्देशक हैं जिन्होंने समानांतर और कर्मिशयल सिनेमा के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियां, जातिगत भेदभाव और वर्ग भेद जैसी बुराइयों पर तीखा प्रहार किया था। इस लिस्ट में प्रकाश झा, गोविंद निहलानी और श्याम बेनेगल शामिल हैं। अब इसी को आगे बढ़ाते हुए निर्देशक अनुभव सिन्हा अपनी अगली फिल्म आर्टिकल 15 लेकर आए हैं। ये फिल्म भारतीय संविधान अनुच्छेद 15 पर आधारित हैं। जिसमे किसी भी राज्य, जाति और मूलवंश के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा। लेकिन इसके बाद भी आप जानते हैं कि देश में भेदभाव हो रहा है। फिर वो चाहे छोटे स्तर पर हो या बड़े स्तर पर। अगर हम फिल्म देखने को मन बना रहे हैं तो इससे पहले आप इसकी समीक्षा जरूर पढ़ें-समाज में फैैले भेदभाव पर तीखा प्रहार है आयुष्मान की आर्टिकल 15

कहानी
कहानी की शुरूआत आईपीएस ऑफिसर अयान रंजन से होती है, जिसकी पोस्टिंग त्तर प्रदेश के बदायूं में होती है। इसके बाद एक संगीन मामला सामने आता है। जिसमे दो चचेहरी बहनों की लाश पेड़ पर लटकी हुई मिलती है। इसके बाद से शुरूआत होती है मर्डर और गैंगरेप की तहकीकात। इसी दौरान समाज का हर तबका अपनी अपनी राय देता हैं। लेकिन अयान इन सब बिंदुओं को दरकिनार कर भारतीय संविधान अनुच्छेद 15 पर काम करता है। अब ऐसे में समाज के अलग अलग रंग क्या अयान को अपना काम करने देंगे, क्या उन लड़कियों के माता पिता का न्याय मिलेगा या नहीं? इस बारे में आप जानना चाहते हैं तो आपको सिनेमाघर का रूख करना होगा।समाज में फैैले भेदभाव पर तीखा प्रहार है आयुष्मान की आर्टिकल 15

अभिनय
मुख्य किरदार के तौर पर आयुष्मान खुराना नजर आए है। इसके अलावा फिल्म में ईशा तलवार, मनोज पाहवा, कुमुद मिश्रा, मोहम्मद जीशान अयूब है। आयुष्मान के बारें में आप जानते हैं कि उन्होंने अपनी पिछली फिल्मों में शानदार अभिनय किया है जिसकी सभी ने तारीफ भी की है। लेकिन ये पहला मौका है जब उन्होंने पुलिस आफिसर का किरदार परदे पर निभाया है, जो काबिले तारीफ है। इसके अलावा बाकी सभी कलाकारों ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है।समाज में फैैले भेदभाव पर तीखा प्रहार है आयुष्मान की आर्टिकल 15

संगीत
फिल्म का संगीत कुछ खास चर्चित नहीं हुआ है लेकिन फिर भी इसके कुछ गाने ऐसे हैं जो दिल को छू जाते हैं। जो अरमान मलिक, आशीष कौर और आयुष्मान खुराना गाए हैं।समाज में फैैले भेदभाव पर तीखा प्रहार है आयुष्मान की आर्टिकल 15

बॉक्स आफिस
फिल्म को देशभर में 2500 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। फिल्म के बारे में ट्रेंड पंडितों का कहना है कि ये पहले दिन 5 से 10 करोड़ तक का कारोबार कर सकती है। वहीं आयुष्मान की ​पिछली फिल्मों को देखते हुए दर्शक आर्टिकल 15 को देखने जा सकते हैं। इसके अलावा फिल्म को अगर माउथ पब्लिसिटी मिली तो इसकी कमाई में इजाफा देखने को मिल सकता है।

निर्देशक अनुभव सिन्हा अपनी अगली फिल्म आर्टिकल 15 लेकर आए हैं, ये भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15 पर आधारित हैं। जिसमे किसी भी राज्य, जाति और मूलवंश के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा। लेकिन इसके बाद भी आप जानते हैं कि देश में भेदभाव हो रहा है। फिर वो चाहे छोटे स्तर पर हो या बड़े स्तर पर। निर्देशक अनुभव सिन्हा की फिल्म इसी पर आधारित हैं। समाज में फैैले भेदभाव पर तीखा प्रहार है आयुष्मान की आर्टिकल 15

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