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आयुर्वेदिक चाय के इस्तेमाल से भी मिलती है पेट और की समस्या से राहत

विशेषज्ञ पेट और गैस की समस्या से बचने के लिए आयुर्वेदिक चाय के सेवन की सलाह देते हैं। जहां विशेषज्ञ बताते है कि ब्लाटिंग पेट और आंत में गैस के बनने को कहा जाता है। दूध या डेयरी उत्पादों, बीन्स, क्रूसिफेरस सब्जियां और चिकना या तैलीय खाद्य पदार्थों जैसे गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन को कम करना ब्लोटिंग से निजात पाने का पहला कदम होता है। इसके अलावा अदरक, नींबू और शहद से बनी चाय, सौंफ की चाय, कैमोमाइल चाय और पुदीना चाय से भी इससे छूटकारा पाया जा सकता है।
आयुर्वेदिक चाय के इस्तेमाल से भी मिलती है पेट और की समस्या से राहत

जयपुर। गर्मी में पेट और गैस की समस्या का होना आम बात होती है। यदि इन समस्याओं का समय पर दूर नहीं किया जाता है तो यह किसी गंभीर बीमारी होने के खतरे को बढ़ा देती है। इन सभी में एक और भी आम समस्या होती है जिसे ब्लोटिंग कहा जाता है।

आयुर्वेदिक चाय के इस्तेमाल से भी मिलती है पेट और की समस्या से राहत

अगर ब्लोटिंग की बात की जाये तो मूल रूप से ब्लोटिंग पेट और आंत में गैस के निर्माण की क्रिया को कहा जाता है। ब्लोटिंग को कई कारणों से हो सकता है, जिसमें ज्‍यादा भोजन करना, बहुत अधिक कार्बोनेटेड पेय पीना, कब्ज, मासिक धर्म आदि शामिल हैं।

आयुर्वेदिक चाय के इस्तेमाल से भी मिलती है पेट और की समस्या से राहत

विशेषज्ञ इसके बारे में बताते है कि ब्लोटिंग का आसानी से घर पर ही इलाज किया जा सकता है। दूध या डेयरी उत्पादों, बीन्स, क्रूसिफेरस सब्जियां और चिकना या तैलीय खाद्य पदार्थों जैसे गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन को कम करना ब्‍लोटिंग से निजात पाने का पहला कदम होता है।

आयुर्वेदिक चाय के इस्तेमाल से भी मिलती है पेट और की समस्या से राहत

इसके अलावा कुछ चाय को बनाकर पीने से भी आराम मिलता है। ये चाय पूर्णरूप से आयुर्वेदिक होती है। जिसमें सबसे पहले आती है 1. अदरक, नींबू और शहद से बनी चाय —  इन तीनों के मिश्रण से तैयार की गई चाय को पीने से ब्लो​टिंग में जल्दी आराम मिलता है। 2.कैमोमाइल चाय —  कैमोमाइल चाय आपको गैस छोड़ने में मदद कर सकती है, जिससे ब्लोटिंग से राहत मिल सकती है।

आयुर्वेदिक चाय के इस्तेमाल से भी मिलती है पेट और की समस्या से राहत

3. पुदीना चाय— ब्लोटिंग के लिए सबसे विश्वसनीय उपचारों में से एक में एक कप हर्बल पेपरमिंट यानी पु‍दीना चाय पीना शामिल है। 4. सौंफ की चाय — सौंफ़ के बीज, या सौंफ, सबसे अच्छे देसी मसालों में से एक हैं जो शरीर को प्राकृतिक रूप से ठंडा करते हैं और पाचन तंत्र के सुचारू रूप से संचालन में भी मदद करते हैं। इन सभी चाय का इस्तेमाल करके आप ब्लाटिंग से बच सकते हैं।

विशेषज्ञ पेट और गैस की समस्या से बचने के लिए आयुर्वेदिक चाय के सेवन की सलाह देते हैं। ​जहां विशेषज्ञ बताते है कि ब्लाटिंग पेट और आंत में गैस के बनने को कहा जाता है। दूध या डेयरी उत्पादों, बीन्स, क्रूसिफेरस सब्जियां और चिकना या तैलीय खाद्य पदार्थों जैसे गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन को कम करना ब्‍लोटिंग से निजात पाने का पहला कदम होता है। इसके अलावा अदरक, नींबू और शहद से बनी चाय, सौंफ की चाय, कैमोमाइल चाय और पुदीना चाय से भी इससे छूटकारा पाया जा सकता है। आयुर्वेदिक चाय के इस्तेमाल से भी मिलती है पेट और की समस्या से राहत

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