Samachar Nama
×

डिप्रेशन की समस्या दूर करने में फायदेमंद है इन आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन

आज के समय में आयुर्वेद भारत के साथ-साथ विदेशों में भी कई बीमारियों के सफल इलाज के लिए जाना जाता है। सर्दी-जुकाम से लेकर कैंसर दूर करने तक आयुर्वेद में हर समस्या का समाधान पाया जाता है। शायद आपको ना पता हो कि आयुर्वेद में कई ऐसी औषधियां भी हैं जो तेजी से बढती डिप्रेशन
डिप्रेशन की समस्या दूर करने में फायदेमंद है इन आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन

आज के समय में आयुर्वेद भारत के साथ-साथ विदेशों में भी कई बीमारियों के सफल इलाज के लिए जाना जाता है। सर्दी-जुकाम से लेकर कैंसर दूर करने तक आयुर्वेद में हर समस्या का समाधान पाया जाता है। शायद आपको ना पता हो कि आयुर्वेद में कई ऐसी औषधियां भी हैं जो तेजी से बढती डिप्रेशन की गंभीर समस्या से भी राहत पाने में खास मदद करती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि अपने शुरुआती चरणों में डिप्रेशन एक आम समस्या की तरह प्रतीत होता है, इस समय इससे जल्द निपटा जा सकता है लेकिन जब यह लंबे समय तक बना रहता तो यह सबसे ज्यादा चिंताजनक विषय बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में फैली बीमारयों का मुख्य कारण डिप्रेशन ही है जिसका सिर्फ 36 प्रतिशत भारत में ही है।

ऐसे में आयुर्वेदिक इलाज का होना एक वरदान के समान है। आयुर्वेदिक औषधियां ना सिर्फ तनाव और डिप्रेशन के प्रभाव को कम करती हैं बल्कि भविष्य में भी इन समस्याओं पर रोक लगाती हैं।

अश्वगंधा

अश्वगंधा में मौजूद सभी बहुमूल्य गुण भावनात्मक और शारीरिक थकान के कारण पैदा होने वाले तनाव को कम करने में काफी सहायक होते हैं। अगर आपको भी आम तौर मूड स्विंग की समस्या पर रहती है तो इसका सेवन मानसिक सतर्कता, ध्यान और एकाग्रता को बढ़ाने लाभदायक रहता है। इसमें मौजूद स्टेरायडल लैक्टोन,  सैपोनिन, एल्कलॉइड आदि यौगिक गुण तनाव और चिंता को दूर करने के लिए मशहूर हैं। बता दें कि अश्वगंधा का प्रयोग इसके पाउडर के रूप में किया जाता है। इसलिए अगर आपको तनाव या इसके प्रभाव नजर आने लगते हैं तो रोजाना एक चम्मच अश्वगंधा का सेवन जरूर करना चाहिए।

जटामांसी

जटामांसी को एक बारहमासी जड़ी बूटी माना जाता है यह इन्सोमिया और अनिद्रा से संबंधित सभी विकारों का इलाज करने में मददगार साबित होती है। इसके एंटीडिप्रैंसेंट और एंटी स्ट्रेस गुण ऊर्जा का विकास करके नकारात्मक विचारों से निजात दिलाने में काफी मददगार होते हैं। इतना ही नहीं, जटामांसी की जड़ों को भी आयुर्वेद में औषधि माना गया है जो मूड स्विंग्स और तनाव के प्रबावों को दूर करके राहत दिलाती है।

ब्राह्मी

ब्राह्मी भी आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रयोग किया जाने वाला औषधीय पौधा है जिसमें इसमें तनाव और डिप्रेशन को दूर करने की काफी क्षमता मौजूद होती है। बता दें कि ब्राह्मी शरीर को तनावपूर्ण परिस्थितियों के अनुरूप बनाने में काफी मददगार होता है। इतना ही नहीं, ब्राह्मी के सेवन से मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर में बढ़ोत्तरी होती है। इसके प्रयोग से मन को शांति मिलती है साथ ही चिंता, घबराहट जैसे विकारों में भी राहत मिलती है।

पुदीना

पुदीना एक बहुत ही आसानी से उपलब्ध होने वाली औषधि होती है जिसमें मेथॉल की काफी मात्रा मौजूद होती है। पुदीना के प्रयोग से तंत्रिका तंत्र संबंधी विकारों का इलाज करना बहुत ही आसान हो जाता है। जाहिर है कि पुदीने में विटामिन ए और विटामिन सी,  मैग्नीशियम, मैंगनीज, कैल्शियम, लोहा,  फोलेट, तांबे और पोटेशियम आदि की अनमोल गुण पाए जाते हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण मेन्थॉल दिमाग में शांति कायम करके अनिद्रा और तनाव जैसी समस्याओं का इलाज करने में भी मददगार साबित होता है।

Share this story