घर के मंदिर में अंजाने में भी न करें इन गलतियों को
जयपुर। हम में से कुछ लोग अंजाने में ही कुछ ऐसी गलती कर देते हैं जिसके कारण भविष्य में पछताना पडता है। इन छोटी छोटी बातों पर अक्सर हम ध्यान ही नहीं देते। जिससे घर में कई प्रकार के तनाव आने लगते है। आज इस लेख में हम कुछ बातों के बारे में बता रहें
जयपुर। हम में से कुछ लोग अंजाने में ही कुछ ऐसी गलती कर देते हैं जिसके कारण भविष्य में पछताना पडता है। इन छोटी छोटी बातों पर अक्सर हम ध्यान ही नहीं देते। जिससे घर में कई प्रकार के तनाव आने लगते है। आज इस लेख में हम कुछ बातों के बारे में बता रहें है जिनको ध्यान में रखने से हम भविष्य में आने वाली कई परेशानी से बच सकते है।
- एक घर में हमेशा एक ही मंदिर होना चाहिये कभी भी अलग अलग मंदिर न बनाए। एक घर में एक मंदिर होने से घर में सुख, समृद्धि और शांति हमेशा बनी रहती है। एक से ज्यादा मंदिर होने पर घर के सदस्यों में मानसिक तनाव, शारीरिक परेशानी, और आर्थिक समस्याओं बनी रहती है।
- घर में मंदिर को पूर्व या उत्तर दिशा में बनाएं। इस दिशा में मंदिर बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढती है। घर में कभी भी पश्चिम या दक्षिण दिशा मंदिर नहीं बनाएं इस दिशा में बने मंदिर शुभ नहीं माने जाते।
- मंदिर में रखी मूर्तियां के बीच कम से कम एक इंच की दूरी अवश्य होनी चाहिये। मंदिर में एक भगवान की दो तस्वीरें नहीं रखें और इनको आमने सामने भी नहीं रखें। ऐसा करने से घर में आपसी तनाव पैदा होता है।
- घर कभी भी मंदिर को सीढ़ी के नीचे या तहखाने में नहीं बनाएं। इन जगहों पर मंदिर बनाने से घर में रहने वाले सदस्यों पर नकारात्मक प्रभाव बनने लगता है।
- मंदिर की ओर कभी भी पैर करके नहीं सोना चाहिए। मंदिर की ओर पैर करके सोने से अशुभ परिणाम मिलते है।