Samachar Nama
×

अशोक लीलैंड ने जून तिमाही में किया 389 करोड़ के घाटे का सामना

हाल ही में हिंदुजा समूह की प्रमुख फर्म अशोक लेलैंड ने बुधवार को 30 जून को समाप्त हुई उसकी पहली तिमाही के लिए 388.82 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है। जिसमें वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस महामारी के कारण वाणिज्यिक वाहन निर्माता ने अप्रैल-जून 2019 की तिमाही में 274.96 करोड़ रुपये का लाभ प्राप्त
अशोक लीलैंड ने जून तिमाही में किया 389 करोड़ के घाटे का सामना

हाल ही में हिंदुजा समूह की प्रमुख फर्म अशोक लेलैंड ने बुधवार को 30 जून को समाप्त हुई उसकी पहली तिमाही के लिए 388.82 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है। जिसमें वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस महामारी के कारण वाणिज्यिक वाहन निर्माता ने अप्रैल-जून 2019 की तिमाही में  274.96 करोड़ रुपये का लाभ प्राप्त किया था। अशोक लीलैंड ने कहा है कि अप्रैल-जून 2020 में उसे अपने परिचालन का राजस्व घटकर सिर्फ 1,486.04 करोड़ रुपये रह गया है। जबकि आपको बतादें की  एक साल पहले की अवधि में यह आंकना 6,588.23 करोड़ रुपये था।

Ashok Leyland reports loss of Rs 389 crore in Q1 FY21 - The Financial  Express..अशोक लेलैंड के एमडी और सीईओ विपिन सोंधी ने अपने बयान में कहा है कि, “महामारी ने हमें काफी गिरावट का सामना करवाया है और यह उद्योग के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण तिमाहियों में से एक रहा है।कंपनी ने वॉल्यूम में भारी गिरावट देखते हुए वित्तीय प्रदर्शन को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया है । सोंधी ने अपने एक बयान में कहा है कि चुनौतीपूर्ण समय के बावजूद, कंपनी ने आगे बढ़कर मॉड्यूलर बिजनेस प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है ।

जो ग्राहकों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार वाहनों को चुनने में मदद करेगा । उद्योग में यह एक गेम चेंजर के रूप में आने वाला है। इस साल अब तक इनमें से 2,000 से अधिक वाहनों को पहले ही रोल आउट कर दिया गया है और साथ में हमारी एलसीवी हल्के वाणिज्यिक वाहन के रेंज में होना चाहिए । कंपनी पहले से ही 10,000 BS-VI वाहनों को लॉन्च कर रहें हैं।”

Hinduja Group's Ashok Leyland reports Rs 389 crore net lossअशोक लीलैंड के मुख्य वित्तीय अधिकारी गोपाल महादेवन ने कहा है कि यह न केवल उद्योग के लिए पूरी अर्थव्यवस्था के लिए एक असाधारण तिमाही रही है।उद्योग इस समय का उपयोग कर दक्षता और उत्पादकता उपायों को चलाने के लिए उपयोग कर रहे है।डीलरों और विक्रेताओं की तरलता को बनाए रखने पर ध्यान दिया जा रहा है।

Share this story