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Telangana में लॉकडाउन लगते ही सड़के हो जाती हैं सुनसान

कोविड के प्रसार को रोकने के लिए राज्य भर में 10 दिन का लॉकडाउन लगा दिया गया है। बुधवार की सुबह से ही हैदराबाद और तेलंगाना की सड़कें सुनसान हो गई हैं। हैदराबाद में सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद होने के कारण व्यस्त बाजार सुबह 10 बजे से ही बंद हो जाते हैं। जरूरी

कोविड के प्रसार को रोकने के लिए राज्य भर में 10 दिन का लॉकडाउन लगा दिया गया है। बुधवार की सुबह से ही हैदराबाद और तेलंगाना की सड़कें सुनसान हो गई हैं। हैदराबाद में सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद होने के कारण व्यस्त बाजार सुबह 10 बजे से ही बंद हो जाते हैं।

जरूरी सामान खरीदने के लिए लोग सुबह 6 बजे मिली चार घंटे की छूट का फायदा उठाने के लिए घरों से दौड़ लगाते हैं।

लॉकडाउन लागू करने के लिए पुलिस के जवान सड़कों पर गश्त करते हैं।

बुधवार को लॉकडाउन का पहला दिन होने के कारण, शुरूआती घंटों में प्रतिबंध लागू करने में पुलिस सख्त नहीं थी। लोगों को घर लौटने के लिए कुछ वक्त देने के लिए ऐसा किया गया था। हालांकि, गुरुवार को पुलिस ने सुबह 10 बजे के बाद सड़कों पर मिलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की योजना बनाई है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उल्लंघनकतार्ओं के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए जाएगा और उनके वाहनों को जब्त कर लिया जाएगा।

ऐतिहासिक चारमीनार में लॉकडाउन का असर देख रहे हैदराबाद पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार ने कहा कि वाहनों की आवाजाही की जांच के लिए शहर में 180 चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं। लॉकडाउन मानदंडों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया था।

पुलिस आयुक्त ने कहा, “संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए लॉकडाउन महत्वपूर्ण है। लोगों को इसके बारे में अच्छी जागरूकता है और वे पुलिस के साथ सहयोग बढ़ा रहे हैं।”

साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनर और राचकोंडा के पुलिस कमिश्नर महेश बहगाव भी अपनी कमिश्नरी सीमा में लॉकडाउन प्रवर्तन की निगरानी के लिए मैदान में थे।

20 घंटे के लॉकडाउन को लागू करने के लिए तेलंगाना में 32 अन्य जिलों में भी विस्तृत व्यवस्था की गई थी। पुलिस महानिदेशक एम महेन्द्र रेड्डी ने सभी आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि वे लॉकडाउन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें।

इससे पहले, सड़कें सुबह से ही ट्रैफिक से भर गईं थीं क्योंकि लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए निकले थे। सब्जी बाजार, किराने की दुकानें, मांस की दुकानें और सुपरमार्केट सुबह 6 बजे से ग्राहकों के साथ चहक रहे थे।

सार्वजनिक परिवहन सेवाएं जैसे आरटीसी बस और मेट्रो ट्रेनें भी सुबह 6 बजे से सुबह 10 बजे तक संचालित की गई थीं।

कुछ स्थानों पर, परिधान दुकानें भी सुबह जल्दी खुल गईं, जिससे लोग ईद की खरीदारी कर सकें, जो गुरुवार या शुक्रवार को मनाई जाएगी।

राज्य मंत्रिमंडल ने मंगलवार को कोविड के प्रसार को रोकने के लिए 10 दिनों के लिए राज्यव्यापी लॉकडाउन का निर्णय लिया। हर दिन, लोगों की सामान्य गतिविधियों और जरूरतों के लिए छूट होगी। केवल इन चार घंटों के लिए सभी दुकानें खोली जाएंगी।

दवा कंपनियों, चिकित्सा उपकरण बनाने वाली कंपनियों, चिकित्सा वितरकों, चिकित्सा दुकानों, सभी प्रकार की चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं, सरकारी और निजी अस्पतालों और उनके कर्मचारियों को लॉकडाउन से मुक्त किया गया है।

आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर परिवहन की अनुमति दी जाएगी। पेट्रोल और डीजल पंप राष्ट्रीय राजमार्गों पर खुले होंगे।

सरकारी कार्यालय 33 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम करेंगे। पिछली बार के लॉकडाउन की तरह ही बैंक और एटीएम भी काम करेंगे।

पूर्व अनुमति से केवल 40 सदस्यों को ही विवाह की अनुमति दी जाएगी। अंतिम संस्कार के लिए अधिकतम 20 व्यक्तियों को अनुमति दी जाएगी।

सरकार ने सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल, क्लब, जिम, मनोरंजन पार्क और स्पोर्ट्स स्टेडियम को बंद करने का आदेश दिया है।

राज्य सरकार शुरू में लॉकडाउन को लेकर अनिच्छुक थी। हालांकि, सरकार ने अंत में लॉकडाउन लगाने का फैसला किया क्योंकि उच्च न्यायालय ने कोविड के प्रसार की जांच के लिए सख्त कदम नहीं उठाने की बात कही थी।

न्यूज सत्रोत आईएएनएस

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