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30 मई को हैं अपरा एकादशी जानें पूजन विधि

अपरा एकादशी अपार पुण्य और फल प्रदान करने वाली पावन तिथि होती हैं वही इस तिथि के दिन व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती हैं जिसके लिए उसे प्रेत योनि में जाना पड़ सकता हैं वही पद्मपुराण के मुताबिक यह बताया गया हैं एकादशी के व्रत से मनुष्य को वर्तमान जीवन में चली आ रही आर्थिक समस्याओं से राहत प्राप्त हो जाती हैं। अगले जन्म में व्यक्ति बहुत ही धनवान कुल में जन्म लेता हैं और अपार धन का उपभोग भी करता हैं।
30 मई को हैं अपरा एकादशी जानें पूजन विधि

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को बहुत ही विशेष माना जाता हैं, वही एकादशी व्रत को करने से न केवल हमें पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति हो जाती हैं बल्कि जीवन से जुड़े तमाम तरह के कष्टों से भी मनुष्य को ​मुक्ति मिल जाती हैं वही ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली इस एकादशी से सभी तरह के कष्टों से छुटकारा और सुख सौभाग्य की प्राप्ति हो जाती हैं।30 मई को हैं अपरा एकादशी जानें पूजन विधि

वही भगवान श्री हरि विष्णु जी के आशीर्वाद से व्रत करने वाले साधक का पारिवारिक जीवन बहुत ही सुखमय गुजरता हैं। वही इस दिन व्रत रखने वाले लोगो को अपार धन की प्राप्ति होती हैं। इस एकादशी को करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं और साधन को अपार धन से संपन्न बना देती हैं। इसलिए एकादशी को अपरा एकादशी भी कहा जाता हैं वही इस साल यह अपरा एकदशी 30 मई के दिन मनाई जाएगी।30 मई को हैं अपरा एकादशी जानें पूजन विधि

आपको बता दें, कि अपरा एकादशी अपार पुण्य और फल प्रदान करने वाली पावन तिथि होती हैं वही इस तिथि के दिन व्रत करने से मनुश्य को उन सभी पापों से मुक्ति मिल जाती हैं जिसके लिए उसे प्रेत योनि में जाना पड़ सकता हैं वही पद्मपुराण के मुताबिक यह बताया गया हैं कि इस एकादशी के व्रत से मनुष्य को वर्तमान जीवन में चली आ रही आर्थिक समस्याओं से राहत प्राप्त हो जाती हैं।

30 मई को हैं अपरा एकादशी जानें पूजन विधि

वही अगले जन्म में व्यक्ति बहुत ही धनवान कुल में जन्म लेता हैं और अपार धन का उपभोग भी करता हैं। वही हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया हैं कि परनिंदा, झूठ,ठगी, छल ऐसे पाप होते हैं जिनके कारण मनुष्य को नर्क में जाना पड़ जाता हैं वही इस एकादशी के व्रत से इन सभी पापों के प्रभाव मे कमी आ जाती हैं वही मनुष्य नर्क की यातना भोगने से भी बच जाता हैं।

30 मई को हैं अपरा एकादशी जानें पूजन विधि

अपरा एकादशी अपार पुण्य और फल प्रदान करने वाली पावन तिथि होती हैं वही इस तिथि के दिन व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती हैं जिसके लिए उसे प्रेत योनि में जाना पड़ सकता हैं वही पद्मपुराण के मुताबिक यह बताया गया हैं एकादशी के व्रत से मनुष्य को वर्तमान जीवन में चली आ रही आर्थिक समस्याओं से राहत प्राप्त हो जाती हैं। अगले जन्म में व्यक्ति बहुत ही धनवान कुल में जन्म लेता हैं और अपार धन का उपभोग भी करता हैं। 30 मई को हैं अपरा एकादशी जानें पूजन विधि

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