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अपोलो ग्रह के भेजे हुये नमुनों कि दोबारा जांच से हुआ चौंकाने वाला खुलासा

जयपुर। वैज्ञानिक कई शोध करके इंसानों को अंतरिक्ष में भेजना चाह रहा है। इसके लिए आये दिन कोई न कोई नया प्रयोग कर लोगों को चौंका देंता है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने चंद्रमा की सतह के नीचे पानी का विशाल भंडार का दावा किया है। शोधकर्ता कहते है कि चांद पर इंसानी बस्तियां बसाने
अपोलो ग्रह के भेजे हुये नमुनों कि दोबारा जांच से हुआ चौंकाने वाला खुलासा
जयपुर।  वैज्ञानिक कई शोध करके इंसानों को अंतरिक्ष में भेजना चाह रहा है। इसके लिए आये दिन कोई न कोई नया प्रयोग कर लोगों को चौंका देंता है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने चंद्रमा की सतह के नीचे पानी का विशाल भंडार का दावा किया है। शोधकर्ता कहते है कि चांद पर इंसानी बस्तियां बसाने में इस भंडार की मदद मिलेगी। जानकारी के लिए बता दे कि चांद पर भेजे गए अपोलो मून मिशन के द्वारा चंद्रमा से जमा किए गए खनिज पदार्थों की दोबारा से जांच की गई और इस जांच से कई चौंकाने वाली नई जानकारियां सामने आई हैं।अपोलो ग्रह के भेजे हुये नमुनों कि दोबारा जांच से हुआ चौंकाने वाला खुलासा
वैज्ञानिकों का कहना है कि चांद पर बड़ी मात्रा में पानी मौजूद है। इस खबर के मुताबिक चांद पर भेजे जाने वाले मानव मिशन बहुत ही आसान साबित हो गया हैं। बता दे कि पहले ये खबर थी कि चंद्रमा के दोनों ध्रुवीय क्षेत्रों पर ही पानी है और मध्य में सूखा है लेकिन ये बात गलत साबित हुई है। जिन क्रिस्टल कणों में शोधकर्ताओं को पानी के चिह्न मिले हैं वे चांद की सतह पर दूर-दूर तक फैले हैं।अपोलो ग्रह के भेजे हुये नमुनों कि दोबारा जांच से हुआ चौंकाने वाला खुलासा
इससे मानव को ध्रुविय जगह पर बसाने कि बजाय इसे मध्य में भी इंसानी बस्ति बसा सकते है। जानकारीयों से ज्ञात हुआ है कि यूरोपीय देश और चीन साथ मिलकर चांद पर एक गांव बसाने जा रहे हैं। वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान पाया कि जितना धरती पर पाई जाने वाली आग्नेय चट्टानों पानी में होता है उतना ही चांद पर पानी पाया गया है। इस की पूरी जानकारी के लिए आप नेचर जियोसाइंस में प्रकाशित शोध को पढ़ सकते है।अपोलो ग्रह के भेजे हुये नमुनों कि दोबारा जांच से हुआ चौंकाने वाला खुलासा

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