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सिनेमा की नहीं है जाति-रंग-धर्म,ये अपने आप में है अद्भूत- अमिताभ बच्चन

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को हाल ही में 50वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।77 वर्षीय बिग बी ने इस पुरुस्कार को पाते हुए सिनेमा को लेकर बात की उन्होनें कहा कि सिनेमा लोगों को उनके मतभेद भुलाकर साथ लाने का एक बड़ा माध्यम है।जिसकी कोई जाति,रंग और धर्म नहीं है।
सिनेमा की नहीं है जाति-रंग-धर्म,ये अपने आप में है अद्भूत- अमिताभ बच्चन

हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन को हाल ही में 50वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।इस अवॉर्ड से बिग बी को सम्मानित किये जाने की घोषणा यूं तो सितंबर में ही कर दी गई थी ऐसे में अब आखिरकार वो दिन आ ही गया।भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में इस पुरुस्कार का दर्जा काफी ऊंचा है।हर कोई इसे पाने की चाह रखता है ऐसे में बिग बी को ये अवॉर्ड मिलने से फैंस ने भी काफी खुशी जताई थी।सिनेमा की नहीं है जाति-रंग-धर्म,ये अपने आप में है अद्भूत- अमिताभ बच्चन

हाल ही में पुरुस्कार को हाथो में थामते हुए बिग बी ने ना सिर्फ सिनेमा जगत और दर्शको का धन्यवाद किया बल्कि उन्होनें इस सिनेमा जगत की असली महत्व भी समझाया।अमिताभ की मानें तो सिनेमा लोगों को उनके मतभेद भुलाकर साथ लाने का एक बड़ा माध्यम है।सिनेमा की नहीं है जाति-रंग-धर्म,ये अपने आप में है अद्भूत- अमिताभ बच्चन

इस दौरान अपनी बात रखते हुए अमिताभ कहते है- मैंने हमेशा महसूस किया है कि सिनेमा एक ऐसा सशक्त माध्यम है, जो भाषा और उन सब चीजों से परे है, जो हमारे सामाजिक और आधुनिक जीवन में आती रहती हैं। उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि जब हम अंधेरे सिनेमा हॉल में बैठते हैं, अपने बराबर में बैठे व्यक्ति से कभी नहीं पूछते कि वह किस जाति, धर्म और रंग का है। फिर भी हम उस फिल्म, उसके गाने, हंसी-मजाक और जज्बात का एकसाथ लुत्फ उठाते हैं।सिनेमा की नहीं है जाति-रंग-धर्म,ये अपने आप में है अद्भूत- अमिताभ बच्चन

अमिताभ ने इस दौरान अपनी बात मे कहा कि इस तेज और अलग-थलग दुनिया में सिनेमा सहित केवल कुछ चीजें हैं, जो सामुदायिकता और शांति के विचारों को फैलाती हैं। हमें उम्मीद है कि हम फिल्में बनाते रहेंगे जो लोगों को जाति, मजहब या रंगों के आधार पर बांटे नहीं बल्कि जोड़े।इन दिनों गोवा में आयोजित हो रहे फिल्म महोत्सव में अमिताभ ने इंडस्ट्री में अपने 50 सालों का दौर भी याद किया उन्होनें कहा कि अब मुझे इस फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें 50 वर्ष हो गए हैं।ऐसे में मेरे लिए गोवा आना हमेशा एक शानदार अनुभव रहा है। गौरतलब है कि बिग बी ने साल 1969 में सात हिंदूस्तानी फिल्म से अपना सफर शुरू किया था ऐसे में खास बात ये है कि फिल्म महोत्सव का यह 50वां आयोजन है। बात यदि अमिताभ बच्चन की आगामी फिल्मों की करें तो वो जल्द ही फिल्म गुलाबो सिताबो,चेहरे और ब्रहास्त्र में नजर आएंगे।सिनेमा की नहीं है जाति-रंग-धर्म,ये अपने आप में है अद्भूत- अमिताभ बच्चन

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को हाल ही में 50वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।77 वर्षीय बिग बी ने इस पुरुस्कार को पाते हुए सिनेमा को लेकर बात की उन्होनें कहा कि सिनेमा लोगों को उनके मतभेद भुलाकर साथ लाने का एक बड़ा माध्यम है।जिसकी कोई जाति,रंग और धर्म नहीं है। सिनेमा की नहीं है जाति-रंग-धर्म,ये अपने आप में है अद्भूत- अमिताभ बच्चन

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