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क्या कहती है अमित शाह की कुंडली गृहमंत्री बनने के बाद

अमित साह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में मेष चंद्र लग्न में हुआ। इनका राशि स्वामी मंगल है जो चतुर्थ जनता के भाव में होकर नीच का है व चतुर्थ भाव का स्वामी केंद्र लग्न में मेष राशि में बैठा है। इसके साथ ही मंगल का नीच भंग हुआ तो दूसरी ओर राशि परिवर्तन के कारण राजयोग बनने से इनको राजनीति में सफलता मिली। कुंडली में मंगल की उच्च दृष्टि दशवे भाव पर लग्न में पड़ रही है जिस कारण से इनको गृहमंत्री का पद दिया गया है।
क्या कहती है अमित शाह की कुंडली गृहमंत्री बनने के बाद

जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रीमंडल के गठन में भाजपा के ‘चाणक्य’ कहें जाने वाले  अमित शाह को इस बार गृहमंत्री का पद दिया गया है। इसके साथ ही अब देखना है अगले पांच सालों में अमित साह क्या बड़े फैसले लेते हैं। आज हम इस लेख में अमित साह की कुंडली का विश्लेषण कर रहें हैं।

क्या कहती है अमित शाह की कुंडली गृहमंत्री बनने के बाद

अमित साह का जन्म  22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में मेष चंद्र लग्न में हुआ। इनका राशि स्वामी मंगल है  जो चतुर्थ जनता के भाव में होकर नीच का है व चतुर्थ भाव का स्वामी केंद्र लग्न में मेष राशि में बैठा है। इसके साथ ही मंगल का नीच भंग हुआ तो दूसरी ओर राशि परिवर्तन के कारण राजयोग बनने से इनको राजनीति में सफलता मिली।

क्या कहती है अमित शाह की कुंडली गृहमंत्री बनने के बाद

कुंडली में मंगल की उच्च दृष्टि दशवे भाव पर लग्न में पड़ रही है जिस कारण से इनको गृहमंत्री का पद दिया गया है।  इनकी कुंडली में राहु पराक्रम में उच्च का है इसके साथ ही गोचर से भी उच्च का चल रहा है जिसके कारण पराक्रम बढ़ता रहेगा जिससे इनके शत्रुओ का परेशानी होगी।

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इनकी कुंडली में सूर्य नीच का है लेकिन सूर्य की राशि में शुक्र के पंचम भाव में होने से सूर्य का नीच भंग हो रहा है जिससे ये हमेशा ही विरोधियों पर भारी पड़ते हैं। इनकी कुंडली के दशम भाव का स्वामी चंद्र लग्न से एकादश भाव में वक्री हो रहा है जिस कारण से ये राजनीति के अच्छे जानकार बनें।

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इनकी कुंडली में चंद्र लग्न से भाग्येश गुरु वक्री होकर द्वितीय भाव में से लग्न में बैठे चंद्र के प्रभाव के कारण गजकेसरी योग बना रहा है, जिस कारण से इनको हर क्षेत्र में जबर्दस्त सफलता मिल रही है व ग्रहों की स्थिति के कारण इनके भविष्य के लिए गृहमंत्री का पद मील का पत्थर साबित होगा।

अमित साह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में मेष चंद्र लग्न में हुआ। इनका राशि स्वामी मंगल है जो चतुर्थ जनता के भाव में होकर नीच का है व चतुर्थ भाव का स्वामी केंद्र लग्न में मेष राशि में बैठा है। इसके साथ ही मंगल का नीच भंग हुआ तो दूसरी ओर राशि परिवर्तन के कारण राजयोग बनने से इनको राजनीति में सफलता मिली। कुंडली में मंगल की उच्च दृष्टि दशवे भाव पर लग्न में पड़ रही है जिस कारण से इनको गृहमंत्री का पद दिया गया है। क्या कहती है अमित शाह की कुंडली गृहमंत्री बनने के बाद

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