दक्षिणी चीन सागर में पहुंचे अमेरिकी बमवर्षक विमान, चीन ने घबराकर दर्ज की आपत्ति
जयपुर। अमेरिका और चीन में कई सालों से एक शीत युद्ध चल रहा है। दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनने की ज़िद में दोनों देश कई बार कूटनीतिक स्तर पर शतरंज का खेल खेलते रहते हैं। हाल ही में अमेरिकी वायुसेना के बमवर्षक विमानों ने प्रशिक्षण मिशन के दौरान दक्षिण चीन सागर के ऊपर से उड़ान भरी है। यह मामला सुर्खियों में आ गया है। चीन ने इसे नियमों का उल्लंघन बताया है। चीनी वायु सेना के अनुसार अमेरिकी बमवर्षक विमानों का एक दल गुआम द्वीप स्थित एंडरसन हवाई अड्डे से उड़ान भरते हुए सागर के ऊपर से गुज़रा था।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हर देश की अपनी हवाई सीमा भी होती हैं। उसमें किसी भी दूसरे देश का जहाज अगर बिना अनुमित घुसपैठ करता है तो इसे वायु सीमा का उल्लंघन माना जाता है। ऐसे में वह देश उस विमान को मार गिराने का भी अधिकार रखता है। लेकिन अगर उस देश की अऩुमित हो तो फिर कोई दिक्कत नहीं होती है। चीन ने इस मामले पर अमेरिकी रक्षा विभाग से जवाब मांगा है।
अमेरिकी सेना के एक अधिकारी ने बयान जारी करते हुए बताया है कि यह महज एक दैनिक अभ्यास था। लेकिन चीन ने इस पर आपत्ति जताई है, क्योंकि जिस द्वीप से विमानों ने उड़ान भरी थी वह द्वीप दरअसल चीन की सीमा में आता है। हालांकि चीनी सेना ने अमेरिकी विमान के मार्ग में कोई बाधा उत्पन्न नहीं की थी, लेकिन बाद में चीन ने तुरंत आपत्ति दर्ज कर दी। बता दे कि चीन कई सालों से इस सागर और द्वीप पर अपना सैन्य नियंत्रण स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।