Samachar Nama
×

जानिए, मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व और शुभ मुहूर्त

मार्गशीर्ष माह की अमावस्या 7 दिसंबर को हैं। इस मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को ही मार्गशीर्ष अमावस्या कहते हैं। इसे अगहन और पितृ अमावस्या भी कहा जाता हैं। वही अगहन महीने की अमावस्या का महत्व कार्तिक मास में पड़ने वाली अमावस्या से कम नहीं होता हैं। आपको बता दें, कि यह माह
जानिए, मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व और शुभ मुहूर्त

मार्गशीर्ष माह की अमावस्या 7 दिसंबर को हैं। इस मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को ही मार्गशीर्ष अमावस्या कहते हैं। इसे अगहन और पितृ अमावस्या भी कहा जाता हैं। वही अगहन महीने की अमावस्या का महत्व कार्तिक मास में पड़ने वाली अमावस्या से कम नहीं होता हैं। आपको बता दें, कि यह माह माता लक्ष्मी को बहुत ही अधिक प्रिय होती हैं। इसलिए इस महीने में लक्ष्मी पूजन का अपना एक विशेष महत्व होता हैं। ऐसी मान्यता हैं,कि अगहन मास की अमावस्या पर लक्ष्मी पूजन और व्रत करने से सभी पापों का नाश हो जाता हैं,और माता लक्ष्मी की कृपा उस पर हमेशा ही बनी रहती हैं,जो इस पूजन और व्रत को पूर्ण करता हैं।जानिए, मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व और शुभ मुहूर्त

जानिए मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व—
मार्गशीर्ष अमावस्या को पितरों की पूजा करने का विशेष दिन माना गया हैं, मान्यता के मुताबिक इस दिन पूजन और व्रत से पितर प्रसन्न होते हैं,और पितृ दोष दूर होता हैं। मार्गशीर्ष अमावस्या का व्रत करने से कुंडली के दोष दूर होते हैं। वही इस अमावस्या को गंगा स्नान का विशेष महत्व होता हैं। वही अगर किसी की कुण्डली में पितृ दोष हो,संतान हीन योग बन रहा हो, उनको यह उपवास जरूर रखना चाहिए। वही अगहन माह में ही भगवान कृष्ण ने गीता का दिव्य ज्ञान दिया थाा। जिसके कारण से इस माह की अमावस्या तिथि को अथ्यधिक लाभकारी और पुण्य फलदायी माना जाता हैं। जानिए, मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व और शुभ मुहूर्त

जानिए मार्गशीर्ष अमावस्या का शुभ मुहूर्त और तिथि—
6 दिसंबर— मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि का आरंभ 12 बजकर 12 मिनट से लग रहा हैं।
7 दिसंबर— मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि का समापन— 12 बजकर 50 मिनट तक जानिए, मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व और शुभ मुहूर्त

Share this story