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अक्षय तृतीया पर चावल और नमक का दान दिला सकता है बुरे दिनों से छुटकारा

जयपुर। अक्षय तृतीया का पर्व बैशाख की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 7 मई के दिन मनाया जाएगा। अक्षय तृतीया जैसा इसका नाम है वैसा ही इस दिन का विशेष महत्व है। अक्षय जिसका अर्थ होता है कभी क्षय न होना या जो कभी नष्ट न
अक्षय तृतीया पर चावल और नमक का दान दिला सकता है बुरे दिनों से छुटकारा

जयपुर। अक्षय तृतीया का पर्व  बैशाख की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 7 मई के दिन मनाया जाएगा। अक्षय तृतीया जैसा इसका नाम है वैसा ही इस दिन का विशेष महत्व है। अक्षय जिसका अर्थ होता है कभी क्षय न होना या जो कभी नष्ट न हो। ठीक इसी प्रकार इस दिन किये जाने वाले दान पुण्य का फल भी कभी क्षय नहीं होता है।

अक्षय तृतीया पर चावल और नमक का दान दिला सकता है बुरे दिनों से छुटकारा

अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर खरीदा गये सोनाे में वृद्धि होती रहती है। अक्षय तृतीया के दिन को किसी भी मांगलिक कार्य के लिये शुभ दिन माना जाता है। अक्षय तृतीया को कई जगह स्थानिय भाषा में अक्षय तीज या आखा तीज या तीजा भी कहा जाता है।

अक्षय तृतीया पर चावल और नमक का दान दिला सकता है बुरे दिनों से छुटकारा

आज हम इस लेख में अक्षय तृतीया के दिन दान करने वाली वस्तुओं के बारे में बता रहे हैं, जिन वस्तुओं का दान इस दिन करने से इसका विशेष शुभ फल मिलेगा व दान करने से जीवन में आ रहे कई कष्टो का निवारण भी होगा।

अक्षय तृतीया पर चावल और नमक का दान दिला सकता है बुरे दिनों से छुटकारा

अक्षय तृतीया काे शुभ योग पर 7 मई के दिन ठंडी चीजें जैसे जल से भरे घड़े, कुल्हड़, सकोरे, पंखे, खड़ाऊं, छाता, चावल, नमक, घी, खरबूजा, ककड़ी, चीनी, साग, इमली, सत्तू आदि का दान करना शुभ माना जाता है। इन वस्तुओ का दान इस दिन विशेष रुप से किया जाता है।

अक्षय तृतीया पर चावल और नमक का दान दिला सकता है बुरे दिनों से छुटकारा

ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन भाग्योदय के लिए आप शंख और मोरपंख भी इस दिन खरीदना शुभ रहता हैं। अक्षय तृतीया के दिन अगर सोने-चांदी के आभूषण खरीदे हैं तो इन्हें लक्ष्मी पूजा में रखने के बाद ही तिजोरी में रखे।

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