Samachar Nama
×

अब तक आंकी गई ब्रह्मांड की आयु और व्यास हो सकता है गलत

जयपुर। ब्रह्मांड का 95 % भाग अभी इंसानों के समझ के बाहर है। इंसान इसके बारे में अभी कुछ नहीं जानता है। इसके के लिए सारा ब्रह्मांड ही अज्ञात है। इंसानों को तो यह भी नहीं पता है कि यह कितना बड़ा है और इसका अंतिम सीमा कहां तक है। लेकिन इसको ज्ञात करने के
अब तक आंकी गई ब्रह्मांड की आयु और व्यास हो सकता है गलत

जयपुर। ब्रह्मांड का 95 %  भाग अभी इंसानों के समझ के बाहर है। इंसान इसके बारे में अभी कुछ नहीं जानता है। इसके के लिए सारा ब्रह्मांड ही अज्ञात है। इंसानों को तो यह भी नहीं पता है कि यह कितना बड़ा है और इसका अंतिम सीमा कहां तक है। लेकिन इसको ज्ञात करने के लिए वैज्ञानीकों ने कुछ हद तक कोशिश की है जिसकी सहायता से इसका व्यास आयु ज्ञात कर सकते है। बता दे कि इसके मूलभूत और महत्वपूर्ण गुणधर्मो मे से एक प्रकाश गति है। प्रकाश गति को कई रूप से प्रयोग मे लाया जाता हैअब तक आंकी गई ब्रह्मांड की आयु और व्यास हो सकता है गलत

जिसमे दूरी का मापन, ग्रहों के मध्य संचार तथा विभिन्न गणिति गणनायें शामिल है। आपको बता दे कि निर्वात मे प्रकाश की गति 299,792 किमी/सेकंड है। सारी चीज़ों में से यह एक स्थिर राशी है जिसमे कोई परिवर्तन नही होता है। इस राशि मे कोई भी परिवर्तन ज्ञात भौतिकी की नींव को हिला देगा। वैज्ञानिकों ने इसके पीछे कई कारण दिये है। इसका सबसे महत्वपूर्ण तथ्य है यह है कि ब्रह्मांड मे कोई भी प्रकाशगति से तेज यात्रा नही कर सकता है। अगर ऐसाब है तो इससे कुछ गलतफ़हमी उत्पन्न होती है जैसे कि ब्रह्मांड की आयु 14.8 अरब वर्ष हैअब तक आंकी गई ब्रह्मांड की आयु और व्यास हो सकता है गलत

लेकिन गणनाओं के अनुसार ब्रह्मांड का व्यास आंका गया तो यह उसकी आयु से कई गुणा अधिक 93 अरब प्रकाशवर्ष निकला। आपको बता दे कि ब्रह्मांड का यह व्यास वह सीमा है जहाँ तक हम देख सकते है और हो सकता है ब्रह्मांड हो। अगर देखा जाये तो यदि ब्रह्मांड की उत्पत्ति एक बिंदु से हुयी है तो उसका व्यास उसकी आयु से अधिक कैसे हो सकता है?  13.8 अरब वर्ष आयु के ब्रह्मांड का व्यास 93 अरब प्रकाश वर्ष, यह सबसे बड़ा सवाल खड़ा हुआ है। इसके बारे में वैज्ञानिक और शोध कर रहे है और सच जानने कि कोशिश कर रहे है।अब तक आंकी गई ब्रह्मांड की आयु और व्यास हो सकता है गलत

Share this story