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आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमा

भारत अपनी आजादी के 73वीं सालगिरह मनाने जा रहे हैं। इस खास मौके को पूरा देश बड़े धूमधाम से और अपने अपने अंदाज में मनाता है। आजादी के बाद से भारत में काफी बड़े और अहम बदलाव देखने को मिले हैं। इनमे से एक है हमारा भारतीय सिनेमा, भारतीय सिनेमा ने न केवल देश में बल्कि विदेश में भी काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इसका आज कई बेहतरीन उदाहरण मौजूद है।
आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमा

भारत अपनी आजादी के 73वीं सालगिरह मनाने जा रहे हैं। इस खास मौके को पूरा देश बड़े धूमधाम से और अपने अपने अंदाज में मनाता है। आजादी के बाद से भारत में काफी बड़े और अहम बदलाव देखने को मिले हैं। इनमे से एक है हमारा भारतीय सिनेमा, भारतीय सिनेमा ने न केवल देश में बल्कि विदेश में भी काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इसका आज कई बेहतरीन उदाहरण मौजूद है। हालांकि भारतीय सिनेमा आजादी से पहले का भी इतिहास है लेकिन इसे असली पहचान तो आजादी के बाद ही मिली है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आजादी के बाद भारतीय सिनेमा कितना ज्यादा बदल गया।आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमा

सन 1913 में राजा हरिश्चंद्र भारत की पहली फिल्म थी इसी के साथ भारतीय सिनेमा की शुरूआत हुई थी आज इस फिल्म के रिलीज हुए पूरे 105 साल हो गए हैं। इसके बाद से फिल्ममेकर्स ने समाजिक मुद्दो को उजागर करने वाली फिल्में बनानी शुरू की। इसके बाद पहली बोलती फिल्म आलम आरा थी। इस फिल्म के बाद से ही फिल्मों में नए नए प्रयोग होना शुरू हो गए। साल राज कपूर की आवारा, जागते रहो, गुरू दत्त की प्यासा और कागज के फूल और बिमल रॉय की सुजाता जैसी फिल्में है। इन फिल्मों में मनोरंजन के साथ साथ सामाजिक दिशा भी दिखाई है। आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमाइतना ही नहीं इन फिल्मों में आज की सोच को भी उजागर किया गया है। 50 से 60 ऐसा दौर था जहां पर हिंदी सिनेमा को कई सुपरस्टार मिले। जिसमें दिलीप कुमार, देव आनंद, राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन मिले। ये सभी कलाकार उस दौर की देन है जिन्होंने कई सालों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया। आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमाइसके बाद से धीरे धीरे क्षेत्रिय सिनेमा भी भारतीय सिनेमा में बढ़ने लगा। तमिल, तेलुगू, बंगाली, भोजपुरी, मराठी, गुजराती, मलयाली आज भारतीय सिनेमा की एक पहचान बन चुके हैं। इन भारतीय भाषाओं की फिल्मों को आज विदेश में भी अलग ही पहचान मिल रही है इसके बेहतरीन उदाहरण बाहुबली जैसी फिल्में। आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमाआपको शायद नहीं मालूम है कि भारतीय सिनेमा आज हर साल लगभग 1500-2000 फिल्में प्रोड्यूस करता है। जो भारतीय सिनेमा को दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री बनाते हैं। भारतीय फिल्मों की पहुंच आज पूरी दुनिया में है।आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमा

फिल्में प्रोड्यूस करता है जो इसे दुनिया की सबसे बड़ी इंडस्ट्री बनाते हैं। भारतीय फिल्मों की पहुंच आज कल पूरी दुनिया में है। यूके, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, चीन, एशिया और मीडिल ईस्ट भारतीय फिल्मों का सबसे बड़ा बाजार है।आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमा

एक खास बात बता दें कि हॉलीवुड की फिल्में भले ही अपने बड़े बड़े सेट और विषय की फिल्मों के लिए जाने जाते हैं लेकिन फिल्मों के प्रोडक्शन के मामले में वो आज हमसे यानी भारतीय सिनेमा से बहुत पीछे हैं। आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमाबॉलीवुड फिल्मों के सेलेब्स आज पूरी दुनिया में अपनी एक अलग ही पहचान रखते हैं। जिसमें बॉलीवुड के तीनों खान्स सलमान खान, शाहरूख खान और आमिर खान हो या फिर प्रियंका चोपड़ा दीपिका पादुकोण, इरफान खान, अमिताभ बच्चन और रजनीकांत है जो भारत की शान है।आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमा

भारत अपनी आजादी के 73वीं सालगिरह मनाने जा रहे हैं। इस खास मौके को पूरा देश बड़े धूमधाम से और अपने अपने अंदाज में मनाता है। आजादी के बाद से भारत में काफी बड़े और अहम बदलाव देखने को मिले हैं। इनमे से एक है हमारा भारतीय सिनेमा, भारतीय सिनेमा ने न केवल देश में बल्कि विदेश में भी काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इसका आज कई बेहतरीन उदाहरण मौजूद है। आजादी के बाद इतना बदल गया भारतीय सिनेमा

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