क्रिकेट के इस प्रारूप को लेकर चितिंत हैं सचिन तेंदुलकर , दिया ये बयान
जयपर( स्पोर्ट्स क्रिकेट ) क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर टेस्ट क्रिकेट प्रारूप को लेकर चितिंत हैं।सचिन तेंदुलकर को लगता है कि टेस्ट क्रिकेट को लेकर जो दिलचस्पी पहले बनी रहती थी,अब वह समाप्त गई है।सचिन बताया है कि सत्तर और अस्सी के दशक में गावस्कर बनाम एंड रॉबर्ट्स, डेनिस लिली या इमरान के बीच गेंद और बल्ले की भिड़ंत देखने का इंतजार रहता था ।
सचिन तेंदुलकर सबसे बड़े क्रिकेट प्रारूप के बदलावों का आकलन करत हुए कहा कि लोग जो प्रतिद्वंद्विता देखना चाहते थे वह अब नहीं है क्योंकि इस समय विश्व स्तरीय तेज गेंदबाज़ों की बहुत कमी है। मुझे लगता है कि इस चीज की कमी अखरती है। इसमें कोई शक नहीं की तेज गेंदबाज़ों का स्तर बेहतर किया जा सकता है। तेंदुलकर ने आगे यह भी कहा कि टेस्ट क्रिकेट का स्तार नीचे गिरा है जो टेस्ट क्रिकेट लिए अच्छी ख़बर नहीं है क्रिकेट का स्तर ऊपर उठाने की जरूरत है और इसके लिए मैं फिर कहुंगा कि सबसे अहम चीज है खेलने वाली पिचें। तेंदुलकर आगे कहा कि मुझे लगता है कि जो पिचें मुहैया कराई जाती हैं। इसका भी इससे लेना देना है। अगर हम अच्छी पिचें मुहैया कराएं जहां तेज गेंदबाज़ों और स्पिनरों को भी मदद मिले तो गेंद और बल्ले में संतुलन बरकरार रहेगा। गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर टेस्ट क्रिकेट को रोमांचक बनाने के लिए डे नाईट टेस्ट का समर्थन किया था । बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच पहली बार डे नाईट टेस्ट खेला जाना है। जिसका हिस्सा तेंदुलकर भी बन सकते हैं।