Samachar Nama
×

इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

मनोरंजन की दुनिया में बॉलीवुड की फिल्मों का जहां दर्शको में क्रेज खत्म होता जा रहा है तो वही बेव सीरिज का क्रेज तेजी से बढ़ता जा रहा है।जिसके कुछ फॉर्मुले है जो ना चाहते हुए भी दर्शको को अपनी ओर खींच ही लाती है ये समय की बचत जहां सिर्फ एक सबसक्राइब से हम अपनी पसंदीदा सीरिज को देख सकते है।तो वही बिना सेंसर बोर्ड की परमिशन और एडल्ट की भरमार है।
इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इमरान हाश्मी से लेकर मनोज वाजपेयी और अब तो किंग शाहरुख खान, सैफ अली खान, राधिका आप्टे और नवाजुद्दीन सिद्दकी जैसे सितारें जो कि बॉलीवुड की महान हस्तियों में शामिल थे ने अपना डिजीटल डेब्यू कर लिया है।हालांकि अपने करियर को ओर ये सितारों का एक नया और अनोखा कदम हो सकता है लेकिन इसकी वजह से बॉलीवुड का पिछड़ना वाकई में हर किसी को सदमें में डाल देने जैसा है।जहां पहले बॉलीवुड फिल्में ही सितारों को बखुबी देखने का एक खूबसूरत साधन हुआ करती थी वही अब इस डिजीटल प्लेटफ़ॉर्म ने पूरी गणित बदल दी है।आए दिन किसी ना किसी बेव सीरिज को लेकर नई खबर आती है।जिसमें कभी कॉन्सेप्ट तो कभी स्टार्स का डेब्यू काफी चौकाने वाला होता है।इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

वेब सीरीज की शुरुआत से लेकर रेवन्यू सिर्फ और सिर्फ बॉलीवुड को नुकसान दे रहा है।भले ही इससे कुछ सितारों का काम मिला हो और ये हर दर्शक के लिए अपनी पसंदीदा चीज देखने के लिए लाभदायक हो लेकिन फिर भी हम इससे अछूते नहीं है कि ये कही ना कही बॉलीवुड को खाये जा रहा है।बात यदि इसकी शुरुआती दौर की करें तो  साल 2014 से वेब सीरीज ट्रेंड में आया और दर्शकों का प्यार मिलना शुरू हुआ। 2014 में रिलीज हुई वेब सीरीज परमानेंट रूममेट्स को दर्शकों ने काफी पसंद किया। इस वेब सीरीज में सुमित व्यास के साथ निधि सिंह नजर आईं थी। दोनों की मजेदार केमिस्ट्री को दर्शकों ने जमकर एन्जॉय किया था। वहीं इसके बाद बेक्ड, टीवीएफ पिचर्स, मैन्स वर्ल्ड, बैंग बाजा बारात, आएशा, चाइनीज भसड़, टीवीएफ बैचेलर्स, टीवीएफ ट्रिपलिंग, ऑफिशियल चुकियागिरी, सेक्रेड गेम्स, मिर्जापुर और होस्टेज जैसी वेब सीरीज ने धूम मचा दी। वहीं फिलहाल द फैमिली मैन और द बार्ड ऑफ ब्लड सुर्खियों में हैं।इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

अब यदि इनके आते ही हिट होने की बात करें तो दरअसल जहां फिल्म की औसत लंबाई 2-3 घंटे की होती है, जिसको देखने के लिए टिकिट लेना होता है या ऐसे में किसी फिल्म जिसे देखने की हर किसी को चाह होती है तो उसके लिए दर्शको को अपनी भारी जेब खाली करनी पड़ती है। सिनेमाघर में फिल्मों के टिकट की कीमत 200 रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक होती है।और इसके लिए सिनेमाघरो के दर्शन करने होते है।पहले से बुकिंग करवानी होती है या फिर लंबी लाइन में अपने पांव सेकने होते है।इतना ही नहीं थियेटरो में फिल्म का भरपुर आनंद लेने के लिए टिकिट से दुगना खर्चा खाने और उसका टैक्स चुकाने में करना होता है।ऐसे में कुल मिलाकर कहा जाए तो किसी फिल्म को देखने के लिए सिर्फ शौक ही काफी नहीं है समय और पैसा भी उतने ही मायने रखता है।इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

सिर्फ एक सबस्क्राइबः बात बेव सीरिज की करे तो ये काफी आसान होता चला है आज हर कोई अपना 90 प्रतिशत दिन सिर्फ फोन पर बिताता हो।ऐसे में किसी भी बेव सीरिज को देखने के लए आपको करना पड़ता है सिर्फ एक सबसक्राइब।जी हां यानि 500-1000 रुपये के बीच में आपको ना सिर्फ एक सीरिज बल्कि कई सीरिज देखने का मौका मिलता है।वो भी जहां चाहे जिस समय चाहे वहां। यानी सिर्फ एक बार पैसा खर्च करना होता है और कुछ दिन या महीने आप कितनी भी वेब सीरीज देख सकते हैं। खैर बात सिर्फ वेब सीरीज तक ही नहीं रुकती हैं, क्योंकि अब इन एप्स में आपको कई सारी बॉलीवुड फिल्में देखने का भी मौका मिल जाता है।इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

सेंसर बोर्ड का डर नहीः डिजीटल प्लेटफॉर्म का इतना जल्दी हिट होने का मतलब सेंसर बोर्ड की कैंची ना चलना भी है किसी भी फिल्म को रिलीज होन से पहले एक प्रोसेस से गुजरना पड़ता है जहां फिल्म की हर एक छोटे बड़े सीन की जांच होती है।और फिर इसे रिलीज के पायदान तक उतारा जाता है।किसी भी अडल्ट को सिनेमाघरो तक नहीं पहुंचाया जाता है।ऐसे में यदि किसी फिल्म का इससे गंभीर तात्पर्य निकल रहा हो तो सेंसर बोर्ड इस पर अपनी कैंची चलाकर इसे खत्म होने की कगार पर ला देता है।और फिर दर्शको को देखने को मिलती है एक साफ-सुधरी फिल्म।लेकिन ये फॉर्मूला बेव सीरिज के लिए नहीं है।यहां मेकर्स चाहे जैसा कॉन्टेंट पेश कर सकते है।जहां फिल्मो में इसे दिखाने की अनुमति नहीं है तो वही बेव सीरिज में इन्हें दिखाने का लाइसेंस मिल चुका है।आज ओटीटी,नेटफ्लिक्स,जी पर यदि किसी भी बेव सीरिज को उठाया जाए तो आसानी से ऐसा कंटेट देखने को मिलेगा।हालांकि इसे क्योंकि हर कोई अपनी मर्जी से सबस्क्राइब कर देख रहा है जिस वजह से पाबंध लगाना नाकार है।इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

इंटरनेट की मेहरबानीः आज की दुनिया में हर कोई इंटरनेट का आदि है ऐसे में यदि बेव सीरिज देखने के लिए दर्शको को 100 से 1000 रुपये खर्च भी करने हो तो वो इसमें कंजुसाई नहीं दिखाते है।जिसके आंकड़डों की बात करें तो इस लिस्ट में अमेजन प्राइम और नेटफ्लिक्स टॉप पर हैं। प्ले स्टोर पर अमेजन प्राइम के 100 मिलियन से भी अधिक और  नेटफ्लिक्स के 500 मिलियन से भी अधिक डाउनलोड्स हैं। इसके साथ ही एप स्टोर पर  अमेजन प्राइम के 2 लाख 40 हजार से अधिक और  नेटफ्लिक्स  के  9 लाख 85 हजार से अधिक डाउनलोड्स हैं। इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

हिट बेव सीरिजः बात यदि कुछ हिट बेव सीरिज की करें तो द फैमिली मैन, सेक्रेड गेम्स, मिर्जापुर, ब्रीथ, दिल्ली क्राइम, क्रिमिनल जस्टिस, स्मोक, द फाइनल कॉल, रंगबाज, अपहरण, परमानेंट रूममेट्स, लस्ट स्टोरीज, बैंग बाजा बारात, फोर मोर शॉट्स, ऑफिशियल सीईओगिरी, मेड इन हेवन, ये है मेरी फैमिली, करणजीत कौर, बोस: डेड ऑर अलाइव, घुल, परछाई, बेक्ड, टीवीएफ ट्रिपलिंग, इनसाइड ऐज, मेन्ज वर्ल्ड, चाचा विधायक हैं हमारे, कोटा फैक्ट्री और टीवीएफ पिचर्स आदि जैसी कई वेब सीरीज हिट साबित हुई है जिन्होनें आते ही अपना कमाल दिखा दिया।इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

मनोरंजन की दुनिया में बॉलीवुड की फिल्मों का जहां दर्शको में क्रेज खत्म होता जा रहा है तो वही बेव सीरिज का क्रेज तेजी से बढ़ता जा रहा है।जिसके कुछ फॉर्मुले है जो ना चाहते हुए भी दर्शको को अपनी ओर खींच ही लाती है ये समय की बचत जहां सिर्फ एक सबसक्राइब से हम अपनी पसंदीदा सीरिज को देख सकते है।तो वही बिना सेंसर बोर्ड की परमिशन और एडल्ट की भरमार है। इन कारणों से बॉलीवुड फ्लॉप तो बेव सीरिज का फॉर्मूला हो रहा हिट

Share this story