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Adhik maas purnima muhurat : अधिकमास की पूर्णिमा आज, जानिए श्रीसत्यनारायण व्रत और पूजा मुहूर्त

पंचांग के मुताबिक अधिक मास की पूर्णिमा आज यानी 1 अक्टूबर दिन गुरुवार को हैं अधिक मास या मलमास की पूर्णिमा का विशेष महत्व होता हैं श्रीसत्यनारायण व्रतइस दिन श्रीलक्ष्मी नारायण की आराधना करने, स्नान और दान करने का भी विधान होता हैं पूर्णिमा के दिन या एक दिन पूर्व लोग श्रीसत्यनारायण का व्रत करते
Adhik maas purnima muhurat : अधिकमास की पूर्णिमा आज, जानिए श्रीसत्यनारायण व्रत और पूजा मुहूर्त

पंचांग के मुताबिक अधिक मास की पूर्णिमा आज यानी 1 अक्टूबर दिन गुरुवार को हैं अधिक मास या मलमास की पूर्णिमा का विशेष महत्व होता हैं Adhik maas purnima muhurat : अधिकमास की पूर्णिमा आज, जानिए श्रीसत्यनारायण व्रत और पूजा मुहूर्तश्रीसत्यनारायण व्रतइस दिन श्रीलक्ष्मी नारायण की आराधना करने, स्नान और दान करने का ​भी विधान होता हैं पूर्णिमा के दिन या एक दिन पूर्व लोग श्रीसत्यनारायण का व्रत करते हैं उनकी कथा का श्रवण पाठन करते हैं भगवान श्रीलक्ष्मी नारायण की पूजा विधि पूर्वक करें तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं पूजन का शुभ मुहूर्त और विधि, तो आइए जानते हैं।Adhik maas purnima muhurat : अधिकमास की पूर्णिमा आज, जानिए श्रीसत्यनारायण व्रत और पूजा मुहूर्त

बता दें कि अधिकमास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुवात 30 सितंबर दिन बुधवार यानी कल देर रात में 12 बजकर 25 मनट से हो गई हैं जो अगले दिन यानी आज 1 अक्टूबर दिन गुरुवार को देर रात 2 बजकर 34 मिनट तक रहेगी। इस तिथि को सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा हैं राहुकाल दोपहर करीब 1 बजकर 39 मिनट से दोपहर 3 बजकर 9 मिनट तक रहेगा। आज के दिन पंचक पूरे दिन रहेगा।Adhik maas purnima muhurat : अधिकमास की पूर्णिमा आज, जानिए श्रीसत्यनारायण व्रत और पूजा मुहूर्त

अगर आपको श्रीसत्यनारायण का व्रत करना है तो 1 अक्टूबर को रखें। इस दिन विधि पूर्वक श्रीसत्यनारायण की पूजा करनी चाहिए और श्रीसत्यनारायण की कथा सुनें। भगवान सत्यनारायण की पूजा करने से जातक को भगवान विष्णु का आशीर्वाद और कृपा प्राप्त होती हैं। Adhik maas purnima muhurat : अधिकमास की पूर्णिमा आज, जानिए श्रीसत्यनारायण व्रत और पूजा मुहूर्तश्रीसत्यनारायण भगवान विष्णु के ही अवतार माने जाते हैं श्रीसत्यनारायण की पूजा किसी भी दिन कि जा सकती हैं मगर पूर्णिमा तिथि पर इनकी पूजा खार तौर पर करना चाहिए। संध्या काल के समय पूजा करें और प्रसाद वितरण करके स्वयं भी उसे ग्रहण करें व्रत पूर्ण करें। अधिकमास की पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु की पूजा को समर्पित मानी जाती हैं। Adhik maas purnima muhurat : अधिकमास की पूर्णिमा आज, जानिए श्रीसत्यनारायण व्रत और पूजा मुहूर्त

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